कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।बिजली विभाग के खेल निराले हैं। गांव में विद्युतीकरण होने के सात वर्ष पहले का कनेक्शन बताकर उपभोक्ता को 50 हजार से ज्यादा का विद्युत बिल भेज दिया। जब गांव में बिजली थी ही नहीं उस के पहले कैसे किसी का विद्युत कनेक्शन हो सकता है यह चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला विद्युत उपकेंद्र रफीगंज के ग्राम पंचायत मथुरा रसूलपुर का है। मथुरा रसूलपुर निवासनी ललिता देवी पत्नी भृगनाथ विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता को दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि उन्होंने बिजली विभाग से वर्ष-2018 में कनेक्शन लिया था। कनेक्शन से गलत मीटर जोड़कर उसे बार बार बिल भेजी जा रही है।शिकायत पर उपखंड अधिकारी नेवादा ने बताया कि यह कनेक्शन 2007 का है जिसे सुनकर महिला चौंक गई। महिला ने कहा कि मथुरा रसूलपुर के जिस मजरे हसनपुर मड़ैया में उसका घर है वहां विद्युतीकरण 2013-14 में किया गया जिसकी पुष्टि ग्राम प्रधान ने भी किया है। ऐसे में वर्ष-2007 में कनेक्शन कैसे हो सकता है। महिला ने एसडीओ पर अपमानित होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा समय में 59 हजार रुपए बकाया बिल की कापी देकर भगा दिया गया। महिला ने संसोधित बिल जारी करने व उपखंड अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं एसडीओ ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।