कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।लापता सांसद की तलाश ,जैसा शब्द है वैसा काम है। यह वाकया संत कबीर नगर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद पप्पू निषाद चरितार्थ कर रहे हैं। वह बीते लगभग 1 साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी आलापुर विधानसभा में अपना दौरा कुछ एक लोगों के घरों तक ही सीमित रख पाए। वहीं से फोटो खिंचवाकर अखबारों में सुर्खियां बटोर कर वाह वाही बटोर रहे हैं जबकि आलापुर की जनता ने बड़े ही उम्मीद के साथ पप्पू निषाद को अपना नेता चुनकर संसद भवन में भेजा था। इसी उम्मीद से की वह आलापुर विधानसभा का विकास करेंगे जबकि यह पूरी तरह से आलापुर जनता के साथ छलावा साबित हुआ। आज तक दर्जनों गांव के निवासियों ने उनका चेहरा तक नहीं देखा है आलम यह हो गया है कि गांवो के निवासियों से यह पूछा जाए कि आपके यहां का सांसद कौन है यह भी नहीं जानते हैं कि सांसद कौन है। यह सब उनकी जानकारी का अभाव नहीं है यह है कि जब कोई भी प्रतिनिधि वहां के निवासियों के इज्जत और कदर दोनों नहीं करता है तो वह जनता अपने चुने गए प्रतिनिधि को याद नहीं कर पाती है ।
सोशल मीडिया के माध्यम से जब यह खबर चलाया गया कि लापता सांसद तो अपने आप को आलापुर विधानसभा का सांसद प्रतिनिधि बनकर पत्रकार से बताया कि मैं सुरेंद्र निषाद बोल रहा हूं आगे से ऐसी कोई खबर चलाओगे तो मैं 420 का मुकदमा पंजीकृत करवा दूंगा आलम यह है कि एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी। एक तो सांसद आते नहीं है यदि उनको याद दिलाने की कोशिश किया जाए तो सांसद के गुर्गे पत्रकारों को भी डराने धमकाने में गुरेज नहीं कर रहे हैं। ऐसे में आलापुर विधानसभा की जनता एक तरफ निराशा में डूब रही है तो दूसरी तरफ़ इन गैर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों के प्रति कुछ कहने से भी डर रही है।