देवल संवाददाता, लालगंज, आज़मगढ़। स्थानीय अधिवक्ता संघ भवन में शुक्रवार को महाराणा प्रताप की 485 वी जयंती धूम-धाम के साथ मनायी गयी।महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर अधिवक्ताओं ने पुष्पाजंलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर गगन भेदी नारा लगाया।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता समर बहादुर सिंह ने सम्बोधित करते हुए बताया कि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को राजस्थान के कुंभलगढ़ में महाराणा उदय सिंह के घर हुआ था।28 वर्ष की उम्र में उन्होंने मेवाड़ राज्य की कमान संभाली थी 29 वर्ष तक शासन किया इस दौरान उन्होंने कई युध्द बहादुरी के साथ लड़ा जिसके कारण आज भी लोग वीरता के मामले में राणा प्रताप की चर्चा करते है।ऐसे बहादुर व साहसी कभी-कभी धरती पर पैदा होते है।उन्होंने राणा प्रताप के बारे में विस्तार से बताया।इसी क्रम में निवर्तमान उपजिलाधिकारी श्याम प्रताप सिंह का संघ भवन में विदाई समारोह आयोजित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।उपजिलाधिकारी ने कहा कि मैं जहां भी रहूंगा लालगंज का याद हमेशा रहेगा।समारोह में विंध्यवासिनी राय, नगेन्द्र सिंह, धर्मेश पाठक,राजेन्द्र प्रसाद सिंह,राम सेवक यादव, सूर्यमणि यादव,प्रसिद्ध नरायन सिंह,सुनीश कुमार श्रीवास्तव, सन्तोष कुमार राय,सुधीर कुमार श्रीवास्तव, शीतला राय,अशोक कुमार अस्थाना, लालबहादुर यादव,हरी यादव,मनोज कुमार राय,सन्तोष कुमार सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह,अरुण कुमार सिंह,हरिनारायण सिंह,शिव प्रकाश यादव सहित काफी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित थे।