देवल संवाददाता, आजमगढ़ । दिनांक 03 अप्रैल 25 को जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन में निजी विद्यालयों व निजी प्रकाशकों के बीच विगत कई वर्षों से सांठ गांठ से मुनाफाखोरी का पूरे प्रदेश में एक तंत्र सा विकसित हो गया है इसी कड़ी में जनपद आजमगढ़ के अभिभावक भी इस मुनाफाखोरों के गठबन्धन से काफी पीड़ित हैं। बार-बार अनुरोध करने के बाद भी निजी विद्यालय प्रबंधन एनसीईआरटी की किताबें जो काफी सस्ती हैं से बच्चों को पढ़ना नहीं चाहते निजी प्रकाशको एवं एनसीईआरटी के किताबों में पांच से साथ गुना मूल्य का अंतर है। इसी मुद्दे को लेकर अभिभावक महासंघ ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अनुरोध किया है कि तत्काल प्रभाव से एनसीईआरटी की पुस्तकों को निजी विद्यालयों में लागू कराया जाए जिससे कि अभिभावकों की जेबों पर अतिरिक्त बोझ ना पड़ सके संवाददाता से बातचीत में अभिभावक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष युधिष्ठिर दुबे ने कहा नए सत्र में जब से विद्यालय खुले हैं और छात्रों के नामांकन की प्रक्रिया चल रही है लगातार अभिभावकों की शिकायतें आ रही है कि विद्यालय अभिभावकों से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं वहीं जहां एनसीईआरटी की किताबें बिक्री होने वाली किताबों की तुलना में बेहद सस्ती हैं लेकिन इस पर गौर ना करके सभी अभिभावकों का सिर्फ आर्थिक रूप से दोहन किया जा रहा है। इसी के संदर्भ में जिलाधिकारी अध्यक्ष स्ववित्त पोषित स्वतंत्र विद्यालय शुल्क नियामक समिति जनपद आजमगढ़ को ज्ञापन सौंपने के लिए समस्त अभिभावकों के साथ आज जिलाधिकारी महोदय के कार्यालय में उपस्थित हुए हैं वहीं संवाददाताओं से बातचीत में अभिभावक महासंघ के प्रदेश महासचिव गोविंद दुबे ने कहा कि अभिभावकों के हक की लड़ाई के लिए आवश्यकता पड़ी तो हम सड़कों पर उतरेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे आज एक अभिभावक अपनी गाढ़ी कमाई आमदनी का एक बड़ा भाग बच्चों के विद्यालय में खर्च कर देता है व अपने मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति से वंचित रह जाता है और कहां तक कहें अब विद्यालय इस कदर अभिभावकों का शोषण करने पर आतुर है कि सर की टोपी से लेकर पांव के जूते तक तो विद्यालय स्वयं बेच रहे हैं अब वह समय दूर नहीं जब पोषण के नाम पर आने वाले समय में विद्यालय प्रबंधन सभी छात्रों के द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ भी अपने ही विद्यालय से उपलब्ध कराने हेतु बाध्य करेंगे । प्रमुखरूप से उपस्थिति रही अरुण चौरसिया, अनिल तिवारी, आलोक पाठक, विवेक पाण्डेय, ज्योति श्रीवास्तव एडवोकेट, विनीत सिंह रिशु, , अजय, राजू, सुरेंद्रनाथ, आकाश ,सुजीत मिश्रा, भानु सिंह, डॉo शशिबिंद शर्मा, अनूप गोंड, देवनाथ, आदि।
NCERT की पुस्तकों को सभी निजी विद्यालयों में लागू करे सरकार निजी विद्यालय अभिभावकों का शोषण बंद करें अभिभावक महासंघ
अप्रैल 03, 2025
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