आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। विगत दिनों '5 वर्ष से एक ही समस्या से जूझ रहा कम्पोजिट विद्यालय पचहटिया' शीर्षक से एक खबर प्रकाशित हुई थी। खबर यह थी कि शहर क्षेत्र के धर्मापुर पंचहटिया का कम्पोजिट विद्यालय विगत 5 वर्षों से अपनी समस्याओं को लेकर जूझ रहा है। विद्यालय की प्रधानाध्यापक अर्चना रानी ने बताया था कि विद्यालय के पीछे एक बड़ा तालाबनुमा गड्ढा है, जिसमें पूरे गांव का कचरा फेंकता है। यह कचरा सड़कर दुर्गंध उत्पन्न करता है और संक्रामक बीमारियों का कारण बन रहा है। समय-समय पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका जौनपुर को पत्र भेजकर साफ-सफाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया जाता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक की बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी इस बात की जानकारी है। इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है और पूरे 5 वर्ष बीत गए। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी से भी बात की गई थी तो उन्होंने जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की बात कही थी। इसी क्रम में मंगलवार को सफाईकर्मियों की एक टीम पहुंची और विद्यालय में आ रहे नाली के गंदे पानी को रोकने के लिए साफ-सफाई की।
प्रधानाध्यापक अर्चना रानी ने बताया कि नाली का गंदा पानी विद्यालय में न आए। इसके लिए सफाईकर्मियों ने साफ-सफाई कर दी है। अगर नियमित साफ-सफाई होगी तो निश्चित रूप से समस्या का समाधान हो जाएगा लेकिन विद्यालय के पीछे जो गंदगी का साम्राज्य है उसकी निदान निकालना आवश्यक है क्योंकि उसके कारण विद्यालय में छात्रों को खांसी, बुखार, त्वचा संबंधी एलर्जी, फंगल संक्रमण एवं पेट संबंधी बीमारियां हो रही हैं। विद्यालय के कई शिक्षकों को बार-बार अस्वस्थता एवं संक्रमण जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ अभिभावकों ने शिकायत की है कि गंदगी और अस्वच्छता के कारण उनके बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।