बिलरियागंज, आजमगढ़। दिनांक 17.03.2025 को ग्राम प्रधान बसिला, थाना बिलरियागंज, जनपद आजमगढ़ द्वारा थाने पर आकर लिखित तहरीर दिया गया कि सुबह 06.00 बजे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पास टहल रहे थे कि पूर्वांचल के बगल में ग्राम झूसी में त्रिपुरारी दुबे के खेत के बगल मे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के नीचे कुछ मांस के टुकडे पड़े हुए हैं, जिसे नजदीक जाकर देखा तो प्रतिबंधित पशु के कुछ अवशेष वहां पडे हुए थे। लिखित तहरीर के आधार पर थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 78/2025 धारा 3/5/8 गोवध निवारण अधिनियम बनाम अज्ञात के विरुद्ध पंजीकृत किया गया। उ0नि0 लवकुश कुमार मय हमराह के साथ देखभाल क्षेत्र, चेकिंग संदिग्ध व्यक्ति में मामूर होकर जैगहा में उपस्थित थे कि जरिये मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर वहाँ से प्रस्थान कर सियरहा बाजार से कुछ आगे पहुँचे ही थे कि सियरहा अण्डर पास से बिलरियागंज रोड़ पर पैदल आते हुए एक व्यक्ति दिखाई दिया जो पुलिस वालों को देखकर पीछे मुड़कर भागने लगा, जिसे पुलिस द्वारा घेरमाकर समय करीब 10.45 बजे पकड लिया गया। पकडे गये व्यक्ति द्वारा अपना नाम तुफैल पुत्र स्व0 कुद्दूस निवासी बिन्दवल थाना बिलरियागंज जनपद आजमगढ़ उम्र करीब 34 वर्ष तथा भागने का कारण पूछने पर उसके द्वारा बताया गया कि मैं और नसीरपुर गाँव के रहने वाले तैय्यब और उसका भाई अबू तालिब पुत्रगण हसन रजा उर्फ झिनकू एक दूसरे के दोस्त हैं, तीन-चार दिन पहले तैय्यब व अबू तालिब जेल गये है, मुझे लगा कि पुलिस मुझे भी तलाश रही है, इसलिए मैं भागने लगा । तुफैल उपरोक्त जो थाने का दुराचारी अपराधी भी है, इसलिए कड़ाई से पूछताछ किया गया तो अभियुक्त द्वारा बताया गया कि मैं और तैय्यब व अबू तालिब तीनों लोग एक्सप्रेसवे के पास टहलते हुये प्रतिबंधित पशुओं को शाम के समय में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पुलिया के पास झाडियों में ले जाकर बाध देते थे, और रात्रि में आकर काटकर उसका माँस ले जाकर बेच देते थे, और शेष अवशेष वहीं पर झाडियों में फेक देते थे, हमेशा की तरह दिनाँक 17.03.2025 को जब हम लोग एक प्रतिबंधित पशु को काटकर बोरे में माँस भर रहे थे कि आस-पास खेत के कुछ लोगों ने देख लिया तो हम लोग वहीं पर बोरे में और नीचे रखे माँस को छोड़कर और चापड़,चाकू व लडकी ठीहा को बोरे में ही रखकर वहाँ से कुछ दूर ले जाकर छिपाकर भाग गये । जिसके बाद हम लोगों को पता चला कि किसी व्यक्ति द्वारा पुलिस को प्रतिबंधित पशु काटने के सम्बन्ध सूचना दिया गया है, जिसके बाद पुलिस द्वारा प्रतिबंधित पशु काटने वालों की तलाश किया जा रहा है। तब से हम लोग एक-दूसरे से मिलना-जुलना बन्द कर दिये और छिपकर रहने लगे, कुछ दिन बाद मेरे द्वारा छिपाया गया चापड,चाकू,लकडी का ठीहा जो उसी स्थान पर था मैं उसे हटाने बढाने के चक्कर में था कि पता चला कि मेरे दोनों साथी जेल चले गये हैं तो मैं और डर गया और सोचा कि आज उस समान को वहाँ से हटा दूंगा और फरार हो जाऊँगा कि आप लोगों ने पकड लिया । अभियुक्त की निशानदेही पर झाडी में रखे एक बोरे से एक अदद चाकू, एक अदद चापड व एक अदद लकड़ी का ठीहा बरामद किया गया ।