विकास, देवल संवाददाता। बीते दिन सोशल मीडिया पर एक तस्वीर खूब जोर-शोर से वायरल हुई, जिसमें आजमगढ़ नगर पालिका की कूड़ा उठाने वाली ट्राली को गेरुआ रंग से रंगा देखा गया, जिस पर साफ-साफ शब्दों में नया-नया लिखवाया गया था - "आजमगढ़ नगर पालिका परिषद" । इसके बाद क्या, लोगों ने इस तस्वीर को काफी संवेदनशील मानते हुए सीधा अपनी धार्मिक आस्था से जोड़ दिया और सोशल मीडिया पर चंद घंटों में ही यह बात वायरल हो गई की, जब नगर पालिका अध्यक्ष आजमगढ़ एवं अधिशासी अधिकारी जानते हैं कि गेरुआ रंग का एक विशेष धर्म के लिए क्या महत्व है तो फिर ऐसा कदम उठाने से पहले उन्हें एक बार भी इस बात का ख्याल नहीं आया। जबकि इतने सालों में आज तक कभी भी किसी भी अधिकारी ने ऐसा नहीं किया था। लोगों ने कहा कि जब एक लंबे समय से नगर पालिका की गाड़ियों का रंग नीला एवं हरा होता रहा है, तो फिर अचानक से इस रंग को बदलने की क्या जरूरत महसूस हुई अधिकारी महोदय को। कुछ लोगों ने इसे व्यक्ति विशेष द्वारा उठाया गया व्यक्तिगत कदम बताया जा रहा है, तो कुछ लोगों ने इसे नादानी का नाम दिया, साथ ही यह भी कहा कि एक छोटी सी गलती अध्यक्ष एवं अधिकारी महोदय की छवि पर सवालिया निशान खड़े कर देगी। एक तरफ यह मामला तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था तो कुछ लोगों ने फेसबुक पोस्ट पर यह भी लिखना शुरू कर दिया कि आजमगढ़ के मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र में नगर पालिका आजमगढ़ अध्यक्ष द्वारा बिना टेंडर निकाले ही विशेष वरीयता देते हुए लाइट लगवाए जा रही है एवं नालियां बनवाई जा रही हैं, और वही अन्य क्षेत्रों पर किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। परंतु इस टेंडर वाली बात की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। पर लोगों ने यह जरूर कहा कि अपने क्षेत्र की नली ढकवाने एवं बनवाने के लिए भी उन्हें अध्यक्ष एवं अधिकारी महोदय के कार्यालय में ज्ञापन देना पड़ता है, तो वहीं दूसरी तरफ एक विशेष क्षेत्र की नालियों को बिना टेंडर निकले ही नया रूप दिया जा रहा है। देखते-देखते मामला इतना बढ़ गया कि अध्यक्ष एवं अधिकारी महोदय को तत्काल एक्शन लेते हुए गेरूआ रंग से रंगवाई गई ट्राली को तत्काल प्रभाव से पेंटर बुलाकर नीले रंग की करवाई गई। वैसे इस प्रकार के कदम नगर पालिका आजमगढ़ विभाग द्वारा कोई नई बात नहीं है, एक समय जब प्रधानमंत्री महोदय का आगमन आजमगढ़ हुआ था तो शहर की खुली हुए नालियों को ढकने के लिए इसी विभाग के विद्वानों ने भारतीय झंडे को कपड़े के रूप में इस्तेमाल कर लिया था, और जब वह भी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो तत्काल प्रभाव से हटाकर वहां दूसरा कपड़ा लगाया गया था।
यह क्या कर दिया आजमगढ़ नगर पालिका ने, कूड़ा उठाने वाले ट्रैक्टर ट्राली को गेरुआ रंग से दिया रंग
मार्च 11, 2025
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