धीरज, देवल संवाददाता। आजमगढ़ उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था निजी हाथों में सौंपे जाने के फैसले के विरोध में गुरुवार को देश के सभी प्रांतों के मार्क्सवादी पार्टी के नेता सड़कों पर उतरे। निजीकरण का फैसला वापस लेने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। चेतावनी दी है कि यदि बिजली निजी कंपनी को सौंपी गई तो तत्काल पूरे देश के विरोध प्रदर्शन करेंगे। वही वेद प्रकाश उपाध्याय के नेतृत्व में 12 सूत्रीय मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन भी सौपा गया। मार्क्सवादी पार्टी के सैकड़ो नेता एवं पदाधिकारियों ने कहा है कि जब बिजली कंपनियों की स्थिति सुधारने के संबंध में सुझाव देने के लिए ऊर्जा मंत्रालय द्वारा मंत्री समूह का गठन किया गया है तो इस समूह की रिपोर्ट आने तक निजीकरण के सभी फैसले निरस्त किए जाएं।
नेताओं ने निजीकरण के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार विरोधी नारे भी लगाए । पदाधिकारियों ने बताया है कि उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण का मनमाने ढंग से निजीकरण किया जा रहा है। साथ स्मार्ट मीटर के नाम पर जनता को ठगा भी जा रहा है मोटी रकम वसूली भी जा रही है। विरोध प्रदर्शन में वेद प्रकाश उपाध्याय रामजन्म यादव रामवृक्ष मास्टर रामनयन हरि ओम लालमन फूलचंद रमेश रामनिहोर राम पलट वर्मा रवि कुमार सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे!