शोध और नवाचार अब सिर्फ सरकारी संस्थानों और एजेंसियों को ही प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा, बल्कि इस क्षेत्र में काम करने वाली निजी क्षेत्र को भी अब प्रोत्साहित किया जाएगा। बजट में इनके लिए 20 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए गए है।
दरअसल, सरकार ने पिछले साल जुलाई में पेश किए गए बजट में निजी क्षेत्र को शोध और नवाचार के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने को वित्तीय मदद मुहैया कराने की बात कहीं थी। सरकार ने इसके साथ ही पीएम रिसर्च इंटर्नशिप शुरू करने का ऐलान किया है। जिसमें आईआईटी सहित दूसरे उच्च शिक्षण संस्थानों को शोध को बढ़ावा देने के लिए अगले पांच सालों दस हजार इंटर्नशिप दी जाएगी।
ज्ञान भारतम् मिशन की होगी शुरुआत
भारतीय ज्ञान को देश-दुनिया के सामने पहुंचाने में जुटी सरकार ने देश के संग्रहालयों, पुस्तकालयों और निजी संग्रहकर्ताओं के पास मौजूदा प्राचीन पांडुलिपियों को संरक्षित करने के लिए ज्ञान भारतम् मिशन शुरू करने का ऐलान किया है।
इसके तहत एक करोड़ से अधिक पांडुलियियों को संरक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में इसका सर्वेक्षण होगा। फिर डिजिटल माध्यम से इनका दस्तावेजीकरण किया जाएगा। इन सभी को एक जगह पर संग्रहीत करने के लिए एक राष्ट्रीय डिजिटल संग्रह भी बनाया जाएगा।
इसके साथ भी बजट में स्कूल और उच्चतर शिक्षा से जुड़ी पुस्तकों को सभी भारतीय भाषाओं में डिजिटल रूप में मुहैया कराने के लिए भारतीय भाषा पुस्तक स्कीम भी शुरू की गई है। इसका लक्ष्य विद्यार्थियों को अपने विषयों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करना है।