सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग ने कहा कि भारत विकास कर रहा है और सिंगापुर दक्षिण एशिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के कई अवसर देख रहा है।
वह शनिवार को भारतीय बिजनेस कम्युनिटी से बातचीत कर रहे थे।
दरअसल, स्ट्रेट्स टाइम्स ने ली के हवाले से कहा कि सिंगापुर का भारत में अच्छा ब्रांड नाम है और भारतीय सरकारों के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। सिंगापुर स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ डिजिटल और ग्रीन इकानमी जैसे क्षेत्रों की खोज के साथ-साथ द्विपक्षीय व्यापार, कौशल प्रशिक्षण और फिनटेक जैसे मोर्चों पर सहयोग बढ़ाने के अवसर देख रहा है।
भारत में निवेश के अवसर तलाश रहा सिंगापुर
इसी के साथ उन्होंने भारतीय बिजनेस कम्युनिटी से इन लाभों का अधिकतम लाभ उठाने का भी आग्रह किया। ली ने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के महत्व पर प्रकाश डाला, जो दो दशक पुराना सिंगापुर-भारत मुक्त व्यापार समझौता है। इसने दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और यात्रा संबंधों को बढ़ावा देने में मदद की है। उन्होंने कहा कि कई भारतीय कंपनियां इस क्षेत्र की सेवा के लिए सिंगापुर में स्थापित हुई हैं।
भारत की जमकर हुई सराहना
जानकारी दें कि सिंगापुर में पिछले कुछ समय में प्रवासी और विदेशी मजदूरों को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी देखने को मिली है। इस बीच सिंगापुर इंडियन डेवलपमेंट एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाषण देते हुए ली ने कहा कि हमें कट्टर राष्ट्रवाद और विदेशी लोगों के प्रति नफरत के खिलाफ भी मजबूती से खड़ा होना चाहिए और नए लोगों को हमारे विस्तारित परिवार का हिस्सा बनने के लिए स्वागत करना चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है, जिसमें समय लगना स्वाभाविक है। उन्होंने भरोसा जताया कि धीर-धीरे प्रवासी भी स्थानीय समुदाय में ही एकीकृत हो जाएंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सिंगापुर की पहचान बनाए रखने के साथ इसको समृद्ध किया जा सकता है, जो दुनिया से जुड़ा हुआ हो। हमारी विविधता के लिए जाना जाए। इसी कार्यक्रम में उन्होंने भारतीय समुदाय की प्रगति की तारीफ की और कई क्षेत्रों में लगातार हो रहे विकास को लेकर चर्चा की।