देवल संवादाता,इन्दारा। कोपागंज थाना क्षेत्र के कटंवास गांव निवासी कुमारी देवी पत्नी श्रीराम राजभर उम्र 50 वर्ष मंगलवार को मौनी अमावस्या पर कुंभ मेला नहाने अपने सांस व देवरानी व गांव के 15 लोगों के साथ प्रयागराज के कुंभ मेला में गई थी। परिजनों के अनुसार बुधवार को मौनी अमावस्या पर कुंभ मेला में हुए हादसे में कुमारी देवी का साथ अपने स्वजनों से छुट गया था।जिससे बाद स्वजनों सहित तमाम लोगों ने तरह तरह के कयास लगा रहे थें। स्वजनों से बिछड़ने के बाद कुमारी देवी लोगो से मदद मांगते हुए गुरुवार की सुबह अपने घर कटंवास पहुंची। स्वजनों ने इनको देखकर खुशी के आशूं छलक उठे।कोपागंज थाना क्षेत्र के कटंवास गांव निवासी कुमारी देवी पत्नी श्रीराम राजभर उम्र 50 वर्ष मंगलवार को अपने सांस सुभावती देवी व देवरानी लालसा व गांव के 15 लोगों के साथ ट्रेन से मौनी अमावस्या पर कुंभ नहाने के लिए कोपागंज रेलवे स्टेशन से गई। संगम तट पर नहाने के लिए सभी लोग जा रहे थे की उसी समय वहां एक हादसा हो गया। जिसमें 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सैकड़ों लोग घायल है। उनके घर आने की सूचना पर दैनिक जागरण की टीम उनके घर कटंवास गई जहां महिला कुमारी देवी से मुलाकात कर उनके बिछड़ने पर उनसे बातचीत की आप मेले से कैसे अपने घर पहुंची।तो कुमारी देवी ने बताई की मैं अपने स्वजनों के साथ झूंसी रेलवे स्टेशन से उतरकर पैदल कुंभ मेले में जा रही थी। उसी समय लगभग 1 से 2 बजे के बीच में मेले में एक हादसा हो गया उसके बाद लोग धक्का मुक्की करते हुए इधर-उधर भागने लगे हमको कुछ पता नहीं चला की ये क्या हो गया। इतने में मै अपने स्वजनों से अलग हो गई। मेले में अपने परिजनों को दिन भर ढूंढती रही पर न ही हमारे स्वजनों मिल न ही हमारे गांव के लोग। जब रात होने लगी तो मैंने लोगों से पूछते पूछते की हमको मऊ जाना है कैसे जाएं। एक एक लोगों से पूछते पूछते मै मेले से बाहर आई। उसके बाद लोगों ने बताया की रोडवेज या रेलवे स्टेशन चली जाए वही से आप को मऊ जा पायेंगी। एक लोग से मदद मागी तो वह रोजवेज पर छोडवा दिये। जिसमें मै बस से मऊ आ गई। मऊ से आटों से कोपागंज आ गई। कोपागंज से पैदल अपने घर कटंवास आ गई। उनके पति श्री राम अपनी पत्नी को देखते ही खुशी के आशूं छलक उठे।