देवल संवादाता,मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्रा की अध्यक्षता में मुख्य राजस्व अधिकारी लवकुश त्रिपाठी एवं नाजिर विजय पाण्डेय के सेवानिवृत्ति होने के फल स्वरुप कलेक्ट्रेट सभागार में बिदाई समरोह का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारी अपने जिम्मेदारियां में हमेशा व्यस्त रहता है। सर्विस में आना और सेवानिवृत हो जाना यह एक प्रक्रिया है,मुख्य राजस्व अधिकारी लवकुश त्रिपाठी एवं नाजिर विजय पाण्डेय ने अपनी अधिवर्षता आयु दिनांक 31 दिसम्बर 2024 को पूरी करने के पश्चात सेवनिवित्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब हम सर्विस में आते हैं तो यह निश्चित हो जाता है कि हमारी सेवा निर्धारित समय तक समाप्त हो जाएगी। उन्होंने मुख्य राजस्व अधिकारी के कार्यों को साझा करते हुए बताया कि कार्य चाहे जो भी रहा हो चाहे निर्वाचन या राजस्व के अलावा अन्य कार्यों को बहुत ही सरलता एवं सहजता से अपने मार्गदर्शन में संबंधित अधिकारियों को लेकर संपन्न कराते रहे। किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आई। न्यायिक,प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ गजल, कविताएं लिखना भी इनके स्वभाव में शामिल था। जल्द ही इनकी गजल की पुस्तक दास्तान ए जिंदगी प्रकाशित होगी। इसके साथ ही उन्होंने मुख्य राजस्व अधिकारी लवकुश त्रिपाठी एवं नाजिर विजय पाण्डेय से कहा कि जीवन के बचे शेष समय को अपने परिवार के साथ सुखमय पलों में व्यतीत करेंगे।अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह,सभी उप जिलाधिकारी,सभी तहसीलदार एवं कलेक्ट्रेट के अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा सेवनिवित्त मुख्य राजस्व अधिकारी एवं नाजिर को उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।सेवनिवित्त नाजिर विजय पाण्डेय ने बताया कि वर्ष 1993 में चतुर्थ श्रेणी के पद पर पदभार ग्रहण किया। 2008 से नाजिर तथा मुख्य राजस्व लेखाकार के पद पर कार्यरत रहा।
सेवानिवृत्ति मुख्य राजस्व अधिकारी लव कुश त्रिपाठी ने कार्यक्रम के दौरान कहां की नाजिर और मैं स्वयं दोनों सेवानिवृत हो रहे हैं,उन्होंने कहा कि आप भी विदा हो रहे हो, मैं भी विदा हो रहा हूं आप मुझे विदा कर रहे हो मैं सबको विदा कह रहा हूं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वर्ष 1993 में नायब तहसीलदार के पद पर पदभार ग्रहण किया। 1999 में तहसीलदार एवं 2006 में पीसीएस कैडर मिला। गोरखपुर में नगर मजिस्ट्रेट 2015 से 2016 तक तथा अपर जिलाधिकारी गोरखपुर में ही 2016 से 2017 तक,इसके बाद आजमगढ़ में अपर जिला अधिकारी के पद पर 2017 से 2018 तक,डीडीसी सुल्तानपुर में वर्ष 2018, सम्भल में अपर जिला अधिकारी 2018-19,अपर जिला अधिकारी के पद पर ही ललितपुर में वर्ष 2019 से 24 जनवरी तक। इसके बाद जनपद मऊ में मुख्य राजस्व अधिकारी के पद पर फरवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक कार्यरत रहा।उन्होंने अपने सर्विस के जीवन काल को साझा किया और कहा कि पद चाहे जो भी हो अपने जिम्मेदारियां का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करनी चाहिए,निश्चित रूप से अपने जीवन में सफलता हासिल होगी। बड़े-छोटे अधिकारी/कर्मचारी एक दूसरे का सहयोग निश्चित रूप से करें,जिससे कठिन कार्य भी आसानी पूर्वक संपन्न हो सके। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अपने पद पर रहते हुए किसी जाति,पाति धर्म आदि को कभी ध्यान न रखते हुए अपने कार्यों को संपन्न करें। कार्यक्रम का संचालन बलवंत पाण्डेय भूलेख द्वारा किया गया।कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी,समस्त उप जिलाधिकारी,समस्त तहसीलदार, समस्त नायब तहसीलदार सहित कलेक्ट्रेट के सभी आधिकारिक कर्मचारी उपस्थित रहे।