देवल संवाददाता, लखनऊ।खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर करता ठगी करने वाले जालसाज को रविवार गिलौला पुलिस ने एसओजी टीम के साथ मिलकर तिलकपुर मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लोगों को भारत गैस की एजेंसी व पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर ठगी करता था। जिसके कब्जे से पुलिस ने एक फॉर्च्यूनर कार, तीन मोबाइल, पांच सिम कार्ड, सात एटीएम, चार आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, तीन निर्वाचन कार्ड, एक एचपी रिफ्यूल कार्ड व एक ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है। मैनपुरी जिला निवासी आरोपी ने बलरामपुर सहित जिले के छह लोगों से 95, 34, 403 रुपये की ठगी की थी जिसके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।
गिलौला थाना क्षेत्र के ग्राम लखना निवासी वीर बहादुर दुबे ने स्थानीय थाने में शनिवार केस दर्ज कराया था जिसमें उसका आरोप था कि उसने भारत गैस की एक एजेंसी व भारत पेट्रोलियम के दो पेट्रोल पंप के लिए आवेदन किया था। जिसका लाइसेंस दिलाने के नाम पर औन मैनपुरी जिले के थाना कुर्रा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हाजीपुर निवासी राजकिशोर चौधरी ने उसे फोन कर खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर लाइसेंस दिलाने के नाम पर 45 लाख रुपये लिए थे।
वहीं इसी थाना क्षेत्र के गिलौला कस्बा निवासी शहरयार को गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर उससे 18 लाख रुपए, गिलौला निवासी मनोज कुमार तिवारी को पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 10 लाख दो हजार रुपये, थाना क्षेत्र के महजिदिया निवासी रामकुमार सिंह से गैस एजेंसी के नाम पर तीन लाख 62 हजार, सिरसिया थाना क्षेत्र के सेमरा निवासी अनिल कुमार से गैस एजेंसी के नाम पर नौ लाख 28 हजार रुपये तथा बलरामपुर जिले के कोतवाली उतरौला क्षेत्र के मधुपुर निवासी उमेश कुमार दीक्षित को पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने के नाम पर 924403 रुपये ठगे थे जिनसे भूमि की पैमाइश के लिए अधिकारियों को और रुपया देने की बात कही गई। संदेह होने पर वीर बहादुर दुबे ने गिलौला थाने में केस दर्ज कराया। आरोपी और पैसा लेने रविवार गिलौला आया था जिसे गिलौला पुलिस ने एसओजी टीम के साथ मिलकर तिलकपुर मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।
लालच में लोग खुद पैसा देकर फंसे लोग
एसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि आरोपी रजकिशोर गैस एजेंसी व पेट्रोल पंप के लिए आवेदन करने वालों का डाटा इंटरनेट से कॉपी करके फर्जी तरीके से उन लोगों को खुद को भारत गैस का अधिकारी बताकर अपने जाल में फंसाता था। बाद में उनके व्हाट्सएप पर कूटरचित लाइसेंस भेजकर अपनी पहचान ऊपर तक होने की बात कह ठगी करता था। आरोपी पुणे में ट्रेवल एजेंसी चलाता था। इस दौरान उसकी पहचान भारत गैस के कुछ लोगों से हुई जिनके नाम का फायदा उठाकर आरोपी ठगी करने लगा। लोग लालच में आकर खुद उसके जाल में फंसते चले गए। इस काम में उसके चालक गिलौला कस्बा निवासी नंदकुमार का भी सहयोग था। जो आरोपी की ऊंची पहुंच के बारे में लोगों को बताता था।
ठगी के पैसे से खोला शोरूप, खरीदा लग्जरी कार
आरोपी ने ठगी के पैसे से 30 - 30 लाख रुपये खर्च कर आगरा और फिरोजाबाद में गुजरात की एक नामी कंपनी की साड़ी का शोरूम खोला। बाद में आगरा का शोरूम बंद हो गया, जबकि फिरोजाबाद में अब भी चल रहा है। वहीं, फिरोजाबाद में एक गैरेज भी खोला था, जो चल रहा है। इसके साथ ही उसने एक पुरानी फॉर्च्यूनर कार भी खरीदा जो किराए पर चलाता है। कार पर सदस्य उत्तर मध्य रेलवे सलाहकार समिति का बोर्ड भी लगा रखा है। आरोपी के ट्रेवल एजेंसी में उसके चालक गिलौला निवासी नंदकुमार की तलाश कराई जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।