देवल संवादाता,आजमगढ़। जनपद के थाना रौनापार का वांछित तथा 2018 से फरार चल रहा 50 हजार का इनामी असलहा तस्कर अंततः कानून के शिकंजे में फंस ही गया। अभियुक्त द्वारा अवैध असलहा बनाने व बिक्री करने का करता किया जाता था।
बताते चलें कि 22 मार्च 2018 को तत्कालीन निरीक्षक राजकुमार सिंह थाना रौनापार के द्वारा ग्राम देवारा करीमगंज में अभियुक्तगण प्रमोद पुत्र मोती विश्वकर्मा साकिन मोहब्बतपुर थाना मुबारकपुर द्वारा उसके सात साथियों के साथ अवैध असलहा बनाने की सूचना पर दबिश दी गई, जिसमें मौके चार अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। दो अन्य अभियुक्त न्यायालय हाजिर हुए। अभियुक्त प्रमोद विश्वकर्मा मौके से फरार हो गया। अभियुक्तो के कब्जे से 10 देशी तंमचा, 04 अर्धनिर्मित तमंचा व असलहा बनाने के उपकरण व सामग्री बरामद हुई। प्रमोद विश्वकर्मा की गिरफ्तारी हेतु वर्ष 2022 में धारा 82/83 सीआरपीसी की कार्यवाही की गयी थी। कई प्रयास के बाद अभियुक्त प्रमोद विश्वकर्मा अभी तक गिरफ्तार नही हो सका है। जिसके क्रम में 23 मार्च को पुलिस अधीक्षक द्वारा वांछित प्रमोद की गिरफ्तारी हेतु पूर्व में 25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया था। बीती 7 जनवरी को पुलिस उप-महानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र आजमगढ़ सुनील कुमार सिंह द्वारा प्रमोद विश्वकर्मा की गिरफ्तारी हेतु परिक्षेत्र स्तर से 50 हजार रूपये का नकद पुरस्कार घोषित किया गया था।
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), क्षेत्राधिकारी सगड़ी व यू0पी0 एसटीएफ लखनऊ यूनिट के द्वारा 11 जनवरी को 50 हजार रूपये के इनामिया अपराधी प्रमोद विश्वकर्मा को मकान नम्बर 32 सूर्यांश रेजिडेन्सी के पास हलधरू रोड बगुमरा थाना पलसाना सूरत गुजरात से करीब 11.45 बजे गिरफ्तार कर लिया।