कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।
जलालपुर के सलाहपुर अकबालपुर गांव में 20 करोड़ रुपये की लागत से नए बिजलीघर की स्थापना की जाएगी। इससे 50 हजार की आबादी को ट्रिपिंग व लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है।वर्तमान में तहसील क्षेत्र में आठ बिजलीघर हैं। इसके बाद भी उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। ग्रामीणोंं की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए एमएलसी हरिओम पांडेय ने यहां बिजली घर के स्थापना का खाका तैयार कर शासन को मंजूरी के लिए भेजा था। मंजूरी के साथ ही बजट जारी होने के बाद बीते दिनोंं इसका भूमिपूजन भी कराया गया।वर्तमान में पांच लाख आबादी को जलालपुर तहसील, जलालपुर ओल्ड, मंगुराडिला, कर्बला, कल्याणपुर, मालीपुर, रफीगंज और नेवादा से बिजली आपूर्ति दी जा रही है। इन बिजलीघरोंं पर क्षमता से अधिक बिजली उपभोक्ता होने के चलते ये लंबे समय से ओवरलोड चल रहे हैं। आए दिन फॉल्ट की समस्या बनी रहती है। इससे निजात के लिए सलाहपुर अकबालपुर में नए बिजलीघर की स्थापना की आधारशिला रखी गई। यहां पांच एमवीए के दो ट्रांसफॉर्मर और 16 किलोमीटर लंबी 33 हजार वोल्ट की बिजली लाइन डाली जाएगी। उपकेंद्र की स्थापना होने के बाद 50 गांवों की 50 हजार से अधिक आबादी को लो वोल्टेज से निजात मिल जाएगी। वर्तमान में धवरुआ सहित 50 गांवों में जाफरगंज विद्युत उपकेंद्र से बिजली आपूर्ति दी जा रही है, जिससे यहां आए दिन फॉल्ट के साथ लो वोल्टेज, तार टूटने, ब्रेकडाउन आदि की समस्या से उपभोक्ताओं को जूझना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा गर्मी में समस्या होती है। दिन-रात मिलाकर चार से पांच घंटे ही बिजली सप्लाई मिल पाती है।जमालपुर गांव के किसान केदार सिंह ने बताया कि बिजली की समस्या के चलते खेती-किसानी का काम भी प्रभावित होता है। नया बिजलीघर बनने से इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। दरियापुर के राकेश यादव बताते हैं कि बिजली की लंबी लाइन की वजह से आए दिन बिजली के तार टूटकर गिरने से हादसे का खतरा बना रहता था। अब इससे निजात मिल जाएगी। गुआंवा की गीता देवी ने बताया कि 18 घंटे मेंं पांच से आठ घंटे ही बिजली मिल रही थी। नए बिजलीघर के निर्माण के बाद गांव के लोगोंं को इसका लाभ मिल सकेगा।नए बिजलीघर की आधारशिला रख दी गई है। बजट भी जारी हो गया है। निर्माण जल्द शुरू करा दिया जाएगा। इस बिजलीघर का निर्माण पूरा होने के बाद 50 गांवों के लोगोंं को निर्बाध बिजली आपूर्ति का लाभ मिल सकेगा। -राजकुमार त्रिपाठी, अधीक्षण अभियंता