फ्रांस के कुख्यात सामूहिक बलात्कार के मुकदमे ने स्पेन में भी लोगों को हैरान कर के रख दिया है। लोगों का मानना है कि ये मामला लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे है। इसके अलावा घरेलू यौन हिंसा के अक्सर नजरअंदाज किए जाने वाले अभिशाप को उजागर करता है। इस मामले में एक बार फिर से सुनवाई शुरू हो गई है। इस मामले की सुनवाई के बाद स्पेन में भी आत्ममंथन शुरू हो गया है।
दरअसल, फ्रांस के एक शख्स पर आरोप है कि 10 सालों तक उसने अपनी पत्नी को नशा की दवा देकर रेप कराने का काम करता था। कुछ महीनों पहले उसने कोर्ट में अपना जुर्म कबूल किया था। उसने कोर्ट की सुनवाई के दौरान कहा था कि मैं एक रेपिस्ट हूं। ठीक उसी तरह जैसे इस कमरे में मौजूग दूसरे लोग रेपिस्ट हैं। ये इस बात से इनकार नहीं कर सकते।
अगले हफ्ते आ सकता है फैसला
बता दें कि 72 वर्षीय डोमिनिक पेलिकॉट के मामले में एक फ्रांसीसी अदालत इस सप्ताह अपना फैसला सुनाएगी। शख्स ने जिसने अपनी तत्कालीन पत्नी गिसेले पेलिकॉट, जो कि 72 वर्ष की है, को लगभग एक दशक तक नशीला पदार्थ देने की बात स्वीकार की है, ताकि वह और ऑनलाइन भर्ती किए गए दर्जनों अजनबी उसका बलात्कार कर सकें।
स्पेन में भी लोग हैरान
समाजशास्त्री और महिला संस्थान की पूर्व निदेशक मरीना सुबिराट्स ने समाचार एजेंसी को बताया कि इस मामले ने स्पेन में महत्वपूर्ण प्रतिध्वनि पैदा की है, क्योंकि यहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा के विषय को लेकर बहुत संवेदनशीलता है। आपको जानना चाहिए कि स्पेन में साल 1997 से लिंग आधारित हिंसा को संबोधित करने के लिए लगातार कई कानून बनाए गए हैं।
इसके अलावा पैम्प्लोना में 2016 के सैन फर्मिन बुल-रनिंग फेस्टिवल में एक किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार और बदनाम पूर्व फुटबॉल महासंघ के प्रमुख लुइस रुबियल्स द्वारा स्टार खिलाड़ी जेनी हर्मोसो को जबरन चूमने की घटना ने सरकार पर कार्रवाई करने का दबाव बढ़ा दिया है।
स्पेन ने 2004 में लिंग आधारित हिंसा के लिए विशेष रूप से लक्षित यूरोप का पहला कानून पारित किया, और 2022 में इसने सभी गैर-सहमति वाले यौन संबंधों को बलात्कार के रूप में परिभाषित करने के लिए आपराधिक संहिता में सुधार किया।
घर पर होने वाली हिंसा हमेशा छिपी होती है
इस मामले को लेकर स्पेन में एक नई चर्चा छिड़ गई है। लोगों का कहना है कि हम सड़क पर होने वाली हिंसा को समझते हैं, हम सत्ता से होने वाली यौन हिंसा को समझते हैं, लेकिन घर के निजी क्षेत्र में होने वाली हिंसा यह सबसे छिपी हुई हिंसा है।