देवल संवादाता,लखनऊ। एलडीए की टीम ने शुक्रवार को गोमतीनगर में तीन दुकानें पूरी तरह से ध्वस्त कर दीं। इन्हें तीन दिन पहले (24 दिसंबर) सील किया गया था। सीलिंग के बाद इतनी तेजी से ध्वस्तीकरण का यह दूसरा मामला सामने आया है।
प्रवर्तन जोन एक के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया गोमतीनगर के विराम खंड में अनुराग, अरविंद व आनंद त्रिपाठी भूखंड संख्या 1/122 पर करीब 300 वर्गमीटर क्षेत्रफल में दुकानों का निर्माण कराकर यादव दूध डेयरी, कार वर्कशाॅप व होटल चला रहे थे। एलडीए से मानचित्र पास नहीं था। इन्हें ध्वस्त करने के लिए विहित प्राधिकारी न्यायालय से एक माह पहले आदेश जारी हुआ था।
24 दिसंबर को दोबारा सीलिंग की गई ताकि अवैध निर्माण तोड़ा जा सके। इसके बाद भी दुकानें बंद नहीं की गईं। इन्हें पुलिस की मौजूदगी में ध्वस्त कर दिया गया। जानकारों ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले एलडीए ने लालबाग में एक अवैध निर्माण को इसी तरह पूरी तरह ध्वस्त किया था, लेकिन उसे सील करीब तीन माह पहले किया गया था। अभी तक अवैध प्लाटिंग में ही सड़क, नींव व साइट ऑफिस तोड़े गए हैं।
इधर दोबारा हुई सीलिंग पर निर्माण अभी नहीं तोड़े गए
20 दिसंबर को जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी की टीम ने गोसाईंगंज के दुलारमऊ में किसान पथ के पास करीब 4000 वर्गमीटर में बने रो हाउस व सुशांत गोल्फ सिटी के पास अहिमामऊ में 550 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बन रहे कॉम्प्लेक्स को दोबारा सील किया था। इन्हें कई माह पहले भी सील किया गया था। इसके बाद फिर काम होने पर सीलिंग की कार्रवाई की गई, लेकिन ध्वस्तीकरण नहीं किया गया।