कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।
केंद्र और प्रदेश की सरकारें भले ही आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा दे रही हों, मगर जिले में ऐसा नहीं है। जनपद में आयुष पद्धति की विधाओं के साथ मजाक किया जा रहा है। इसकी बानगी होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सालय हैं। शायद ही किसी को सहसा इस पर विश्वास हो मगर यह सत्य है कि एक होम्योपैथी के चिकित्सक की तैनाती तीन अस्पताल में है। यानि चिकित्सक को तीन अस्पताल में ओपीडी करके मरीजों का इलाज करना होता है। जिले में 19 होम्योपैथिक अस्पताल हैं। इनके लिए जिले में महज 13 चिकित्सक की और 17 फार्मासिस्ट की तैनाती है। पांच होम्योपैथिक चिकित्सालय में चिकित्सक अटैच किए गए हैं, जो सप्ताह में तीन दिन मूल तैनाती वाले और तीन दिन अटैच अस्पताल में ओपीडी करते हैं। केवल जिला अस्पताल के होम्योपैथिक चिकित्सालय में ही हर दिन ओपीडी होती है। अन्य 18 चिकित्सालय में हर दिन ओपीडी नहीं होती है।जिले में चिकित्सक की कमी है। तैनाती का प्रयास है। शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही चिकित्सकों की तैनाती हो जाएगी।