देवल संवाददाता, गोरखपुर ।कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय रविवार को विधानभवन घेराव के दौरान संदिग्ध हालात में मृत मिले कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय के गांव देईपार पहुंचे और उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। परिवारवालों को ढांढस बंधाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का जिला है और उन्हें राजनीति से ऊपर उठकर इस परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए।
उस घटना के तीसरे दिन कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने फोन पर प्रभात के पिता दीपक पांडेय से बात कर सांत्वना दी थी। इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और गोरखपुर के प्रभारी केशव चंद यादव और विश्वविजय सिंह ने देईपार पहुंचकर दीपक पांडेय को कांग्रेस पार्टी की तरफ से 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा था।
रविवार को प्रभात पांडेय के ब्रह्मभोज में शामिल होने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह समेत कई अन्य कांग्रेस पदाधिकारी पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राय ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का गृह जनपद है और यहां के एक युवक की असमय मौत पर भी सत्ताधारी दल राजनीति कर रहा है।
मुख्यमंत्री प्रभात के घरवालों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दें। विरोध के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि घटना के दिन वे लखनऊ में पोस्टमार्टम कराने तक साथ में मौजूद रहे। वहां से अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए आते वक्त बस्ती और सहजनवा में रोका गया।
घाट पर भी विरोध किया गया, जबकि अंतिम संस्कार के स्थल पर कोई किसी का विरोध नहीं करता, लेकिन भाजपा ने मोक्ष स्थल पर भी राजनीति शुरू कर दी। हमने इस मुद्दे को अखिल भारतीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में उठाया था। कांग्रेस ने इस परिवार की आजीवन सहायता का निर्णय लिया है।
केंद्र सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह का भी किया अपमान
प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन की उपेक्षा और अपमान का आरोप लगाया। देईपार गांव पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह की समाधि बनाने के लिए जमीन नहीं दी, जबकि डॉ. मनमोहन सिंह ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरूआत की। सूचना का अधिकार, रोजगार गारंटी स्कीम जैसी योजनाओं उनके कार्यकाल में ही देश को नई दिशा मिली।