देवल संवाददाता, गोरखपुर ।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पटना की टीम कंबोडिया जेल में बंद अभय नाथ दुबे के खजनी के सतुआभार गांव स्थित आवास पर बृहस्पतिवार को मानव तस्करी मामले की जांच करने पहुंची। इस दौरान तहसील प्रशासन और खजनी पुलिस भी साथ रही। टीम ने अभय की पत्नी, पिता और भाई से पूछताछ कर जानकारी जुटाई।
पूरे परिवार की आईडी लेकर तहसील से सत्यापन कराया। इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों की फोटो भी लिया। जांच कर टीम शुक्रवार को अयोध्या के लिए रवाना हो गई। जानकारी के मुताबिक, करीब 17 वर्ष पहले अभय नाथ दुबे कंबोडिया कमाने गया था। वहां, गलत संगत में फंसकर मानव तस्करी करने लगा।
इस आरोप में चार माह से कंबोडिया की जेल में बंद है। कंबोडिया में फंसे बड़हलगंज के कुछ लोगों ने वापस आकर थाने में अभय नाथ के खिलाफ केस भी दर्ज कराया था। इसके बाद से ही एनआईए इसकी जांच-पड़ताल कर रही है।
बिहार के व्यक्ति पर फंसाने का लगाया आरोप : सिद्धनाथ दुबे ने बताया कि अभय नाथ कंबोडिया में बिहार के रहने वाले एक व्यक्ति के संपर्क में आ गया था। उसने अभय नाथ को प्रलोभन दिया कि वह जितने अधिक लोगों को विदेश में नौकरी और मजदूरी करने के लिए बुलाएगा, प्रत्येक व्यक्ति पर उतना अधिक लाभ मिलेगा।
एनआईए की सूची में थे कई नाम : एनआईए सूत्रों का कहना है कि यह गिरोह नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को विदेश भेजता है फिर उसे पाकिस्तानी एजेंट के हवाले कर देता है। एजेंट जाल में फंसे भारतीय नागरिकों से मानव तस्करी और साइबर फ्रॉड का काम कराते हैं।
एनआईए पटना की टीम के पास जो सूची थी, उसमें खजनी के युवक के अलावा प्रदेश के अन्य जिले के भी लोगों के नाम थे, जिनके खाते में विदेश से बड़े पैमाने पर लेन-देन हुआ है। एनआईए की टीम इन लोगों का भी सत्यापन कर रही है। एनआईए ने इस मामले में बिहार, पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों में भी दबिश दी है।