आमिर, देवल ब्यूरो,पतरही, जौनपुर। एक तरफ जहां रेल मंत्रालय रेल सुविधाओं को सुधारने में जुटा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों की लापरवाही के चलते दूधौंदा हाल्ट शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाता है, जिसके चलते यहां शराबियों का अड्डा बन चुका है। अगर जौनपुर से आने वाले डेमू पैंसेजर रात 7 बजकर 11 मिनट पर यहां आती है तो यात्रियों को अंधेरे में ही बाहर निकलना पड़ता है। अंधेरे का लाभ उठाकर चोर-उचक्के भी सक्रिय रहते हैं। वहीं नियमित साफ-सफाई न होने से प्लेटफॉर्म पर बड़ी-बड़ी घासें उग आयी हैं जिससे विषैले जंतुओं का भी खतरा बना रहता है। सबसे बड़ी समस्या अकेले सफर कर रही महिलाओं को होती है।
अंधेरे में लगता है भय
महिलाओं का कहना है कि शाम को अंधेरा होने से डरावनी आवाजें उन्हें किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत करती है। जैसे-तैसे प्रभु का नाम लेकर वह अपने घर तक पहुंचती हैं। वहीं उचक्कों, शराबियों द्वारा अकेली महिलाओं पर फब्तियां भी कसी जाती है जिससे बेटी बचाओ अभियान पर भी अंगुलियां उठती है।
महीनों से खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट
औड़िहार-जौनपुर रेल प्रखंड पर ग्राम पंचायत कोपा में स्थित इस हाल्ट पर रेलवे द्वारा लाखों रुपए खर्च करके स्ट्रीट लाइट लगवायी गयी थी, लेकिन वह भी महीनों से खराब पड़ी हुई है और उसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। यहां लाइट लगने से शाम के समय स्टेशन से रौनक थी, लेकिन अब यह स्टेशन प्राचीनकाल में लौट गया प्रतीत होता है। ऐसा लगता है कि अभी ढिबरी युग चल रहा है और ट्रेनें कोयले से चलती है, इसीलिए यहां पर इतना अंधेरे रहता है। अंधेरे की वजह से उचक्कों द्वारा यहां पर यात्रियों के लिए लगाए बेंच आदि तोड़ दिए गए हैं।
प्लेटफार्म पर गंदगी का अंबार
यात्रियों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द स्ट्रीट लाइट बन जाती तो प्लेटफार्म पर अंधेरा नहीं रहता और हम सबको राहत मिल जाती। जौनपुर से शाम को 07.11 बजे डेमू पैसेंजर प्लेटफार्म नंबर 1 पर आने का समय है। अंधेरा होने से यात्री चोटिल हो जाते हैं। प्लेटफार्म पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है बड़ी-बड़ी घास लगी हुई है, जिससे विषैले जंतुओं का भी खतरा बना रहता है। जिम्मेदार विभाग के अधिकारी इस पर जरा सा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। अगर जिम्मेदार विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान दे देते तो यह बन जाती और स्थानीय लोगों और यात्रियों को अंधेरे की समस्या से निजात मिल जाती।
ध्यान दे रेल मंत्रालय
पतरहीं बाजार व्यापार मंडल अध्यक्ष ताड़कनाथ सिंह ने कहा कि महीनों से लाइट खराब है। रात में ट्रेन आती है तो बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। रेल मंत्रालय से आग्रह है कि इस पर ध्यान दिया जाए।
तोड़ दिया गया है बेंच
प्रतिदिन यात्रा करने वाले ग्राम कोपा के निवासी कमला प्रसाद विश्वकर्मा ने कहा कि 14 महीने से स्ट्रीट लाइट खराब है, जिसे कोई देखने वाला नहीं है। प्लेटफॉर्म पर लगा बेंच तोड़ दिया गया है।
दिन में ही हाल्ट में जुट जाते हैं शराबी
युवक मंगल दल के अध्यक्ष राहुल कुमार दीक्षित ने कहा कि कई महीनों से दोनों पटरियों पर जो स्ट्रीट लाइट लगी है वह खराब हो चुकी है। अंधेरे के चलते तमाम दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। यहां की मुख्य समस्या यही है। दिन में ही शराबी बैठकर दारू पीते हैं, जुआ खेलते हैं। इन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।