पत्रकारों से वार्ता करते हुए हसीब अहमद प्रान्तीय अध्यक्ष शिक्षणेत्तर कर्मचारी एसोसिएशन मदारिसे अरबिया उ.प्र. ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि जो मदरसों को चला रहे हैं उनकी नेक नियती का नतीजा रहा जो कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया व प्रिंट मीडिया ने मदरसों को एक हव्वा बना दिया है मदरसे दीनी तालीम के साथ-साथ असरी तालीम समाज के निचले पायदान के बच्चों को शिक्षित करके मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य करते हैं और इन्हीं मदरसों ने स्वतंत्रता सेनानियों को भी जन्म दिया, जिन्होंने इस देश को आज़ाद कराने में अपना अहम किरदार अदा किया है।
संचालन डॉ. अबू अकरम क़ासमी ने किया और अंत में सहायक अध्यापक फौकानिया जामिया मोमिना लील बनात राशिद कमाल ने समस्त लोगों का शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पर इनायतुल्लाह हाशमी, मौलाना मुमताज़ अहमद क़ासमी, अबू उबैदा, अतिया क़ुदसी, राशिद कमाल, मौलाना मुर्तुज़ा मदनी, मास्टर हाशिम, मोहम्मद सेराज, मोहम्मद यूसुफ़, मोहम्मद जाफर, शहज़ाद अहमद समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।