देवल संवाददाता,इन्दारा। दीपावली के दूसरे दिन शुक्रवार को गोवर्धन पर्व बड़े धूमधाम एवं उल्लास के साथ मनाया गया। कोपागंज ब्लांक के विभिन्न गांवों में महिला ग्रामवासियों ने अपने-अपने गांवों में एक जगह इकट्ठा होकर पूरी आस्था के साथ गाय के गोबर से गिरिराज गोवर्धन की आकृति बनाकर विधि-विधान से पूजा की। भक्तों ने भगवान गोवर्धन को अन्नकूट का भोग लगाया। गांवों में समूह बनाकर महिलाएं एक जगह इकट्ठा होकर गोवर्धन की पूजा की।गोवर्धन पूजा के बारे में मान्यता है कि देवराज इंद्र का घमंड तोड़ने के लिए श्रीकृष्ण ने इंद्र की पूजा करने की बजाय गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया। जब इंद्र को इस बात का पता चला तो उन्होंने पूरे गोकुल गांव को नष्ट करने व कृष्ण को अपनी शक्तियों का परिचय देने के लिए भारी बारिश करा दी। गांव में हाहाकार मच गया। तब भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठा लिया और ग्रामीणों की रक्षा की। सात दिन तक लगातार इंद्र ने अपना कहर बरपाया,लेकिन किसी भी ग्रामीणों को क्षति नहीं पहुंची। तब से भगवान श्रीकृष्ण को गोवर्धन के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन से ही काफी संख्या में लोग गोवर्धन भगवान की पूजा करते है।इस दौरान मुख्य रूप से पुष्प सिंह,प्रतिभा सिंह,स्नेह लता सिंह,निशा सिंह,नेहा,शिवांगी आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहीं।