आमिर। ब्यूरो चीफ। देवल। जौनपुर।शाहगंज, जौनपुर। मंगलवार को पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता की थीम 'शांति' थी। लायंस क्लब शाहगंज स्टार ने प्रतियोगिता का आयोजन बंशराज मेमोरियल सनराइज मेमोरियल स्कूल में किया। प्रतियोगिता में 35 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया और शांति विषय पर रचनात्मक पोस्टर बनाए। अध्यक्ष मनीष अग्रहरि ने बताया कि लायंस क्लब पूरी दुनिया के 230 देश में विश्व शांति के संदेश को देने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन करती रही है। इसका उद्देश्य दुनिया में शांति कायम करने का प्रयास करना है। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक मनोज जायसवाल और मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि सर्वश्रेष्ठ तीन बच्चों को स्थानीय स्तर पर अवार्ड और प्रमाण पत्र से पुरस्कृत किया जाएगा। चयनित बच्चों की कृतियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भेजा जाएगा। जिस बच्चे की कलाकृति सर्वश्रेष्ठ होगी, उसे लायन इंटरनेशनल 100 डॉलर (लगभग 8,396.44 रुपए) का पुरस्कार देगी। कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक अध्यक्ष रुपेश जायसवाल, सचिव मनोज पांडे, पवन साहू, रितेश आर्य और चंदन त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
अज्ञात वाहन की चपेट में आने से अध्यापक घायल
खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के मनेछा बादशाही तालाब निवासी अध्यापक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गए जिनका निजी चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। सोमवार देर शाम ग्राम सभा मनेछा के बादशाही तालाब पर स्थित फुरकानिया हायर सेकेंडरी स्कूल में लिपिक के पद पर कार्यरत अध्यापक राशिद अनवर पत्नी के साथ कुछ निजी कार्य से जौनपुर शहर गए हुए थे। वापस घर लौटते समय शाम लगभग 6:40 बजे स्थानीय थाना क्षेत्र के भुड़कुड़हा मोड़ के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आने से घायल हो गए। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पत्नी को मामूली चोटें आयी हैं।
3 के खिलाफ दलित उत्पीड़न का केस
खुटहन, जौनपुर। उसरौली गांव में सोमवार को पुरानी रंजिश को लेकर दलित के घर में घुसकर मारपीट के मामले में पुलिस ने 3 नामजद आरोपितों के खिलाफ दलित उत्पीड़न सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दिया है। गांव निवासी अखिलेश पासवान का आरोप था कि शाम को वह अपने घर बैठा हुआ था। तभी गांव के देवनाथ यादव, सर्वजीत और सिंटू यादव पहुंच गए। वह कुछ समझ पाता कि उसे लात घूंसो से पीटने लगे। जान बचाकर घर के भीतर भागा तो उपरोक्त लोग भी घर में घुसकर पिटाई करने लगे। शोर-शराबा सुनकर पास-पड़ोस के लोगों को इकट्ठा होते देख हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने तहरीर लेखक को भी मुकदमे में कर दिया शामिल
खुटहन, जौनपुर। तहसील मुख्यालय या दीवानी कचहरी में तो पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एडवोकेट आसानी से उपलब्ध मिल जाते हैं, लेकिन थाना गेट के पास या बैंक परिसर में अक्सर गांव के कम पढ़े लिखे सीधे-साधे लोग तहरीर या धन निकासी व जमा फार्म भरवाने के लिए अपरिचितों तक से मदद ले लिया करते हैं यहां कोई वकील नहीं होता। लोग मानवतावश उनकी मदद कर दिया करते हैं। इसके उलट स्थानीय थाने में पीड़ित के दुख-दर्द को शिकायती पत्र के माध्यम से लिपिबद्ध करने वाले को ही मुकदमे में शामिल कर दिया जा रहा है, जिसके पीछे कारण है कि तहरीर पुलिस के मनमाफिक नहीं लिखी गई।
मामला उसरौली गांव का है, जहां दलित अखिलेश को गांव के ही कुछ मनबढ़ों ने पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट कर घायल कर दिया। पीड़ित न्याय की गुहार लेकर थाने पहुंचा तो उसे तहरीर देने को कहा गया। वह बाहर किताब-कॉपी की दुकान के संचालक संतोष शर्मा के पास आकर प्रार्थना पत्र लिखने का आग्रह किया। उन्होंने उसकी पीड़ा को शब्दों के माध्यम से तहरीर में लिख दिया। आरोप है कि पहले तो पुलिस ने तहरीर बदलवाने को कहा। संतोष शर्मा का आरोप है कि उन्होंने इनकार कर दिया तो मुकदमे में लेखक दिखाकर उनका नाम भी शामिल कर दिया गया। इस संबंध में थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह ने बताया कि लेखक का नाम मुकदमे में नहीं होना चाहिए। इसको लेकर मुंशी व अन्य जिम्मेदारों से बात की जा रही है।