कृष्ण कुमार तिवारी, ब्यूरो चीफ, अंबेडकर नगर, दैनिक देवल |
आलापुर थाना क्षेत्र के रामनगर बाजार में बर्तन व्यवसाई जयराज यादव की निर्ममता पूर्वक पिटाई का मामला। तमाम सीसीटीवी फुटेज के बावजूद अभी तक अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई करना तो दूर पुलिस नहीं कर पाई शिनाख्त, सुलह समझौते का बनाया जा रहा दबाव।पहले मुकदमा पंजीकृत करने में किया खेल फिर कार्रवाई में भी कर दिया खेला। आलापुर थाना क्षेत्र की रामनगर बाजार में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा की गई बर्तन व्यापारी जयराज यादव की पिटाई एवं हत्या का प्रयास किए जाने का मामला। गुरुवार देर शाम बेसमेन्ट का गन्दा पानी निकाले जाने का विरोध करने पर बर्तन व्यापारी परसौना गांव निवासी जयराज यादव की समुदाय विशेष के लोगों ने की थी निर्ममतापूर्वक लात घूंसों से पिटाई, गला दबाकर जान से मार डालने का किया था प्रयास, जिससे फैला था काफी आक्रोश। पुलिस ने काफी जद्दोजहद के बाद दो नामजद हैदर अब्बास तथा नूर आदिल समेत आधा दर्जन अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध दंगा, बलवा, एवं हत्या के प्रयास किए जाने समेत कई अन्य गम्भीर अपराधिक धाराओं के तहत पंजीकृत किया था मुकदमा। पुलिस ने मुख्य आरोपी का किया था बचाव, तहरीर की तकनीकी गलतियों के कारण मुख्य आरोपी का नाम मुकदमे में नामजदगी में नहीं हो पाया था शामिल। पुलिस ने घायल जयराज यादव की ओर से दी गई तहरीर में खेला करते हुए उसके नाम का भी कर दिया था बदलाव। जयराज यादव की जगह जयराम यादव को बना दिया मुकदमे का वादी ताकि बाद में आरोपितों को मिल सके फायदा। पुलिस ने घटना के बाद नामजद हैदर अब्बास एवं नूर आदिल के अलावा बदरुल हसन तथा बलराम यादव को लिया था हिरासत में, की जा रही थी थाने में खातिरदारी, लोगों से कराई जा रही थी मुलाकात। लेकिन शुक्रवार को मामले में कार्रवाई करने में भी आलापुर पुलिस ने आरोपितों को फौरी तौर पर राहत पहुंचाने के लिए किया था खेला। दो नामजद आरोपितों हैदर अब्बास एवं नूर आदिल को भेजा रिमाण्ड हेतु जनपद न्यायालय जबकि बदरुल हसन एवं बलराम यादव का शांतिभंग की आशंका में आलापुर तहसील किया चालान, जहां से बाद में दोनों की हो गई जमानत। रामनगर चौक क्षेत्र में आलापुर पुलिस ने लगवा रखा है बड़ा सा सीसीटीवी कैमरा, आरोपितों की दुकान में भी लगे हैं सीसीटीवी कैमरे, बावजूद इसके तत्काल सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लेकर इतने बड़े संवेदनशील मुद्दे पर पुलिस ने कार्रवाई करना नहीं समझा मुनासिब, अभी तक सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद आधा दर्जन अन्य अज्ञात लोगों की न तो पुलिस कर पाई शिनाख्त और न ही उनके विरुद्ध हो पाई कोई प्रभावी कार्रवाई।घटना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्यामदेव तो पहुंचे घटना स्थल थाने में भी स्थिति पर नजर बनाए रखते हुए मातहतों को दिया आवश्यक दिशा निर्देश लेकिन क्षेत्राधिकारी आलापुर एवं अन्य स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचना नहीं समझा मुनासिब, जिसको लेकर भी लोग कर रहे तरह तरह की चर्चाएं