दैनिक देवल, डाला सोनभद्र। स्थानीय नगर के बाजार में वर्षों से स्थापित दुकानों को अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी प्रबंधन के अत्याचार एवं अवैध कब्जे के फरमान से परेशान व्यवसायियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश जैन के नेतृत्व में बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाई। मौके पर समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान दुकानदारों ने दुकानों को ध्वस्तीकरण से बचाने के लिए रणनीति तैयार की और शांतिपूर्वक आंदोलन करने का ऐलान किया। दुकानदारों ने कहा कि पिछले 43 वर्षों पूर्व उ.प्र. सीमेंट निगम ने इस बाजार में 83 दुकानों को निर्मित कराकर आवंटित किया था। हाई कोर्ट के माध्यम से 2006 में उक्त सीमेंट निगम को जेपी समूह के हाथों बेच दिया गया जिसके बाद सभी दुकानदार दुकानों का किराया भाड़ा जेपी संस्थान को देने लगे। वर्ष 2017 में जेपी समूह ने उक्त सीमेंट फैक्ट्री को अल्ट्राटेक सीमेंट को बेच दिया। इसके बाद से दुकानदार दुकानों का किराया अल्ट्राटेक संस्थान को देते आ रहे हैं। पिछले तीन माह से मुख्य मार्ग के पश्चिम दिशा में स्थित 18 दुकानों को अल्ट्राटेक प्रबंधन के अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों द्वारा ध्वस्तीकरण करने के लिए पहुंचकर संबंधित दुकानदारों को परेशान किया जा रहा हैं। कंपनी के इस रवैया से दुकानदारों की नींद हराम हो गई है। दुकानदारों में भय व्याप्त हो गया है कि कहीं अल्ट्राटेक प्रबंधन रात में बुल्डोजर चलवा कर दुकानों को ध्वस्त न करा दे। इस डर से दुकानदार रात में भी अपनी दुकानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित एवं असहाय महसूस करते हुए देख रेख कर रहे हैं। दुकानदारों ने चेतावनी दी कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम लोगों को सड़क पर उतर कर कंपनी के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी कंपनी कि होगी। इस मौके पर विवेक पांडेय, अश्वनी कुमार गुप्ता, अरवींद सिंह, नरेश जैन, मुन्ना मोदनवाल, रवि पाठक, अन्नू गुप्ता, विनय गुप्ता, प्रेम कुमार, लालजी विश्वकर्मा, मम्मन सिद्दीकी, विक्की पाल, संजय जयसवाल, अर्पण पांडेय, अभय पांडेय, गुलाम, संतोष निषाद, विश्वनाथ मेहता आदि मौजूद रहे।
व्यापार मंडल अध्यक्ष ने की डीएम से वार्ता
व्यवसायिक व्यापारियों की रोजी- रोटी बचाने को लेकर व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश जैन ने जिलाधिकारी बीएन. सिंह से वार्ता कर समस्याओं से अवगत कराया। डीएम ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में अल्ट्राटेक प्रबंधन से बात की जाएगी। सभी दुकानों को पहले कहीं पर स्थापित करके ही उनको ध्वस्त करना चाहिए।