आमिर। ब्यूरो चीफ। देवल। जौनपुर। कालो की काल महाकाली... भवानी माई कलकत्ता वाली... कालरात्रि शारदीय नवरात्रि के सप्तमी के दिन माता रानी के पूजन पण्डालों में यह गाना गूंजता रहा। इस दौरान शाम होते ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं कई स्थानों पर देवी जागरण का भी आयोजन हुआ जहां पर भक्त देवी गीतों पर झूमते नजर आए। बीच-बीच में मां के जयकारे से पूजन पंडाल और पूरा क्षेत्र गुंजायमान होता रहा। मान्यता है कि सप्तमी का दिन कालरात्रि का होता है। इस दिन माता जी की भव्य आरती के साथ जगह-जगह प्रसाद वितरित किया गया। वहीं देवी जागरण एवं भक्तिमय झांकी की प्रस्तुति भी जगह-जगह देखी गयी। सप्तमी के दिन पूजन पण्डालों में पट्ट नहीं बंद होता है तथा लोग पूरी रात दर्शन पूजन करते हैं। शहर के दक्षिणी छोर पर सिटी स्टेशन रेलवे क्रासिंग के निकट स्थापित मंदिर में श्री मां आद्याशक्ति दक्षिणा काली मंदिर पर सुबह मां दक्षिणा काली का भव्य श्रृंगार कर पूजन अर्चन आरती करके पट खोल दिया गया। इसके बाद भक्तों में प्रसाद का वितरण हुआ। सुबह से लेकर देर रात्रि तक मां काली का दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगी रही।