देवल संवाददाता ,लखनऊ।रायबरेली। सराफा कारोबारी शोभित कौशल की हत्या की वारदात का रविवार को खुलासा हो गया। जेवर लूटने के इरादे से ही सराफा कारोबारी की बेरहमी से हत्या की गई थी। हत्याकांड के मुख्य आरोपी और उसके दोस्त ने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। प्रेम-प्रसंग में हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन पुलिस की जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के मदारीगंज निवासी सराफा कारोबारी शोभित कौशल (21) की शुक्रवार को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। शोभित की हत्या के मामले में पुलिस ने ऊंचाहार क्षेत्र के ही नेवादा मजरे सांवापुर गांव निवासी धर्मेंद्र सरोज व नजनपुर गांव निवासी गुलाब को पकड़कर पूछताछ शुरू की थी। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने शनिवार को रायबरेली-प्रतापगढ़ जिले की सीमा पर सरपतहा पुल के पास झाड़ियों से कारोबारी का शव बरामद किया था। पुलिस की कड़ाई से की गई पूछताछ के चलते दोनों आरोपी ज्यादा देर तक सच छिपा नहीं सके। उन्होंने सराफा कारोबारी की हत्या की बात स्वीकार की।
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा के मुताबिक घटना का मुख्य साजिशकर्ता धर्मेंद्र था। उसी ने गुलाब को अपनी बाइक से घटनास्थल पर पहले से भेजा था। बाद में वह सराफा कारोबारी के पास पहुंचकर उन्हें सोने-चांदी के जेवरात की डिजाइन दिखाने के बहाने अपने साथ दुकान से बाहर ले गया था। कुछ दूर पहुंचने पर बीच रास्ते में गुलाब मिला उसने रास्ता बंद होने की बात कही और उन्हें नहर पटरी की तरफ से जाने के लिए कहा।
नहर पटरी पर पहुंचने पर धर्मेंद्र ने गाड़ी रोक दी। इससे पहले कि कारोबारी कुछ समझ पाते, धर्मेंद्र ने पीछे से दोनों हाथ पकड़ लिए और गुलाब ने उनके पेट में चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। इससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। कारोबारी की सांसें चल रही थीं। इसपर गुलाब ने कारोबारी का गला रेतकर उन्हें मार दिया।
एएसपी के मुताबिक धर्मेंद्र ने अपनी पत्नी के इलाज के लिए मृतक सराफा कारोबारी के पास करीब तीन लाख कीमत के सोने-चांदी के जेवर गिरवी रखे थे। दुकान में जेवरात देख उसकी नियत में खोट आ गया और उसने लूटने की योजना बना डाली। उसने पहले शोभित से नजदीकी बढ़ाई। फिर गुलाब को 10 लाख रुपये की सुपारी देने की बात कहकर घटना की साजिश रची और फिर घटना को अंजाम दिया। एएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।