आमिर। ब्यूरो चीफ।जौनपुर। एनएचआई घोटाले के आरोपी मुख्य राजस्व अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह पर आखिरकार गाज गिर गई। उत्तर प्रदेश शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया। शासन ने यह कार्रवाई तत्कालीन जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के द्वारा भेजे गए पत्र के आधार पर किया है। निलंबन का आदेश आते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है।
ज्ञातव्य है कि सड़क के निर्माण में जमीनों के अधिग्रहण में विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ। बदलापुर, मछलीशहर, मड़ियाहूं और सदर तहसील क्षेत्र में अधिग्रहित की गई जमीनों में भारी गोलमाल हुआ। कहीं ग्राम समाज की जमीन का फर्जी काश्तकारों को पैसा का भुगतान किया गया कहीं जंगल खाते की जमीन के पैसे का बंदरबांट किया गया। जांच के बाद आरोप सही पाया गया। सूत्रों के अनुसार इस घोटाले में विभागीय कर्मचारियों के अलावा बेसिक शिक्षा विभाग का एक अध्यापक भी शामिल है। उस पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।