कृष्ण कुमार तिवारी, ब्यूरो चीफ, अंबेडकर नगर, दैनिक देवल |
ज्यादातर भारतीय विदेश जाने का सपना देखते हैं. कुछ लोग विदेश घूमने जाना चाहते हैं, तो कुछ अमेरिका, कनाडा सहित गल्फ देशों में जाकर काम करके पैसा कमाना चाहते हैं. लोगों की इन्हीं महत्वाकांक्षाओं का फायदा उठाकर ठग उन्हें अपना शिकार बनाते हैं. क्योंकि विदेश जाने के लिए पासपोर्ट और वीजा की जरूरत होती है, जो कि बहुत मुश्किल से हासिल हो पाती है. ये ठग लोगों को लालच देकर उन्हें पासपोर्ट और वीजा उपलब्ध कराने की बात कहते हैं, लेकिन असलियत में फर्जीवाड़ा कर रहे होते हैं ,जो कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी किया जा रहा है।ये लोग अलग-अलग जगहों पर फ्रंट ऑफिस खोलते हैं. गिरोह भोले-भाले लोगों से पैसे लेकर फर्जी वीजा से लेकर नकली टिकट, नकली वर्क परमिट बना कर देता था। इसके बाद आदमी विदेश जाकर फंस जाता है।इस तरह के मामलों में पुलिस को शिकायत मिल रही है लेकिन पुलिस मामले को संज्ञान नहीं ले रहा है आखिर कब तक जनपद के भोले भाले लोग विदेश जाने के नाम पर गिरोह का शिकार होते रहेंगे यह भविष्य के गर्भ में है। मामला थाना सम्मनपुर एवं बसखारी के नाक के नीचे ही धड़ल्ले से खूब चल रहा है इस कारोबार में बड़े दिग्गज शामिल जिला जौनपुर आजमगढ़ और बसखारी-दरगाह के शामिल होने की पुष्टी हुई लेकिन प्रशासन में अच्छी पकड़ होने के नाते आज तक यह खुलासा नहीं हो पा रहा है।जहां एक तरफ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ऐसे तमाम फर्जी कारोबारियों पर सख्त हैं लेकिन यहां अंबेडकर नगर का शासन प्रशासन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी के मंसूबे पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं यह कारोबार कई वर्षों से खुलेआम फल फूल रहा है लेकिन शासन प्रशासन झुनझुना बजाने अथवा लक्ष्मीना के रूप रंग में पथ-भ्रष्ट हो गया है। पीड़ित मिथुन कुमार का कहना है। पीड़ित मिथुन कुमार उम्र लगभग 32 वर्ष पुत्र सावित राम निवासी ग्राम बहोरवा पोस्ट महरु मुर्तिहा तहसील मोहल्ला थाना गिरंट बजार जिला श्रावस्ती उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।पीड़ित मिथुन कुमार वर्तमान का पता पलई रामनगर थाना सम्मनपुर जिला अंबेडकर नगर में रह रहा है मिथुन कुमार अपनी जीविका चलाने के लिए फेरी का काम कर रहा है चटाई झूमर का फेरी लगाकर अपने जीव का यापन कर रहा था। पीड़ित मिथुन कुमार ने बताया कि इसी बीच में बरियावन बाजार ग्राम उसमा पट्टी का रहने वाला दिनेश कुमार मिला और उससे सामान खरीदते हुए कहा तुम फेरी का कार्य करते हो उससे गरीबी दूर नहीं होगी तुमको विदेश दुबई भिजवा देंगे और और पीड़ित मिथुन कुमार से घुल मिल गया लेकिन वहीं दूसरे अतुल कुमार दुबे भी संबंध बढ़ा लिया और पीआईडीईटीएम मिथुन कुमार को बसखारी ऑफिस खुशी ओवरसीज ट्रेनिंग एण्ड टेस्ट सेंटर पर बुला लिया गया पीड़ित मिथुन कुमार ने विपक्षी के ऊपर अटूट विश्वास किया और विश्वास आ गया दिनेश कुमार अतुल दुबे दुबई जाने के लिए कहा एक लाख पचास हजार लगेगा । उसके बाहकावे में आ गया और पीड़ित मिथुन कुमार एक लाख तेरह हजार नगद दिया जिसकी वीडियो भी बना लिया और बाकी का रुपया दिनेश के खाते में एवं 20.000/ रुपया दिनेश कुमार के खाते में दे दिया और मुझे फर्जी पासपोर्ट वीजा पर दुबई भेज दिया वहां पर मुझे कोई काम नहीं मिला पीड़ित मिथुन कुमार को दुबई पुलिस प्रशासन ने इमरजेंसी कार्ड बनवाकर भारत भेजा। पीड़ित मिथुन कुमार ने यह भी बताया कि दुबई में 18 दिन जेल में रहा मिथुन कुमार ने बताया की पंचदेव दुबे पुत्र अतुल दुबे निवासी मोहम्मदपुर पदारथ के रहने वाले हैं । दिनेश कुमार नट बरियावन बाजार उसमा पट्टी रहने वाले और जब मैं आया। तो विपक्षियों से मिलने गया विपक्षी जान से मारने थप्पड़ मार और गाली गलौज दिए जान से मारने की धमकी दिए प्रार्थी मिथुन कुमार ने थाना सम्मनपुर को लिखित शिकायत 19 /08/2024 को दिया थाना प्रभारी ने तीसरे दिन विपक्षी को बुलवाएं और सुलह समझौता कराने का प्रयास होता रहा। पीड़ित मिथुन कुमार न्याय की गुहार की बात कह रहा था रिपोर्ट दर्ज करने के लिए कहा लेकिन थाना में प्रबल प्रभाव बने हुए थे वहां रिपोर्ट नहीं दर्ज हो पाई,न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के बाद पीड़ित मिथुन कुमार दिनांक 01/09/2024 को समय 7:00 बजे रोज की तरह फेरी करके सम्मन पुर रोड सुल्तानगढ़ के पहले वहां विपक्षी खड़े हुए मिले और रोक कर कहा कि तुम अगर प्रार्थना पत्र दिए हो तो तुमको जान से मार देंगे और इस समय मेरा गला पकड़ कर पटक दिए और लात घूसे से मारने लगे तभी अतुल दुबे ने जान से मार डालने की नीयत से मेरा गला दबा कर मारना चाहा किसी तरह से कुछ पकड़ ढीली हुई तो मैंने गुहार लगाया तब ओमकार, अजय, पप्पू व दो राहगीरों ने बीच बचाव किया तभी विपक्षी घर पर जान से मार डालने की धमकी देते हुए भाग गए। फर्जी पासपोर्ट वीजा बनाने वाले पुलिस प्रशासन से रखते हैं अच्छी पकड़ सोशल मीडिया पर यह खबर भी चली यह साबित होता दिख रहा है। पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया पता ना कितनी जिंदगियां उजड़ गई जनपद अंबेडकर नगर में फर्जी पासपोर्ट वीजा दुबई ,सउदिया भेजने का गिरोह का पर्दाफाश नहीं कर पाई क्योंकि जब मामला थाना पुलिस पहुंचता है तो उसे मामले को वही दबा दिया जाता है। मीडिया के संज्ञान में आने के बाद मीडिया 5 दिन तक इस मामले को लेकर पड़ताल करती रही जनपद अंबेडकर नगर में। बहुत से पीड़ित अपनी दुखड़ा सुनाते मिले और कहा पुलिस प्रशासन बिल्कुल इस मामले में संलिप्त लोगों के ऊपर कारवाई करने से कतराते हैं । अब देखना यह होगा पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ इस मामले से पर्दा कब उठायेंगे और ऐसे फर्जी कार्य करने वालों को सलाखों के पीछे भेजेंगे या फिर और जिंदगियां उजाड़ने में सहयोग करेंगे। बहुत से सवाल खड़े हैं यह सवालों पर से पर्दा उठेगा या फिर सवालों में दफन हो जाएगा या फिर जनपद अंबेडकर नगर में ऐसे फर्जी वाड़ा करने वालों के ऊपर होगा बड़ा एक्शन।