देवल संवाददाता,मऊ। नगर के कस्बा खास घोसी की पारंपरिक रामलीला के तीसरे दिन श्री भरत अपने बड़े भाई श्री राम को मना कर वापस अयोध्या लाने के लिए बन की तरफ गुरु वशिष्ठ व अपनी तीनों माताओं के साथ गये और श्री राम से बहुत ही अनुनय विनय किया लेकिन श्री राम नहीं माने और पिता के वचन के मर्यादा को ध्यान में रख कर अयोध्या वापस जाने से मना कर दिया इस प्रसंग को देख कर दर्शकों के आखों से अश्रु बह निकले दो भाइयों के बीच अटूट प्रेम को देख नगरवासी भाव विभोर हो भरत राम की जय जय कार करने लगे। पश्चात श्री भरत श्री राम की चरणपादुका को शीश पर रख कर वापस अयोध्या लौट गये और वही रामलीला का विश्राम हुआ और रामलीला प्रमुख नरेन्द्र वर्मा ने अगले दिन की रामलीला की घोषणा करते हुए बताया कि कस्बा खास पश्चिम शिवमंदिर के सामने जयन्त की कुटिलता का को दर्शाया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से समिति के संरक्षक हरिश्चंद्र वर्मा अध्यक्ष सुधीर श्रीवास्तव कोषाध्यक्ष उमेश मिश्र,व्यास,राघवेन्द्र प्रताप मिश्रा, शिवम राय,वायुनन्दन मिश्र, रामविलास सोनकर,परमात्मा बरनवाल पंकज पाण्डेय,शौर्य मिश्र, हिमांशु मिश्रा,नवीन श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।