जौनपुर। उत्तर प्रदेश की गोसाईगंज सीट से विधायक अभय सिंह जब कुछ दिनों पहले जौनपुर अपने एक रिश्तेदार विनय सिंह के घर पहुंचे तब उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब भी दिये और वह जवाब कुछ ऐसे थे कि पूर्वांचल की राजनीति में चर्चा का विषय बन गये। अभय सिंह ने धनंजय सिंह को उत्तर भारत का सबसे बड़ा डॉन तक कह डाला। अभय सिंह ने अपनी बात को आगे बढ़ते हुए यह भी कहा की 2018 में हाई कोर्ट ने भी धनंजय सिंह पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि ऐसे व्यक्ति को समाज से कोई खतरा नहीं है परंतु इस व्यक्ति से समाज को खतरा है इसलिए इसे जेल में ही रहना चाहिए। आपको बताते चलें कि वर्तमान में धनंजय सिंह को प्रोजेक्ट मैनेजर के अपहरण एवं रंगदारी के मामले में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने 7 वर्ष की सजा सुनाई है। वहीं शनिवार को धनंजय सिंह को जौनपुर की जेल से शिफ्ट करके बरेली जेल में कर दिया गया है। एक तरफ जहां धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी पति पर जान माल का खतरा बता रही हैं और उनकी हत्या की आशंका जाता रही हैं। वहीं दूसरी तरफ अभय सिंह खुद पर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा कराए गए हमले को धनंजय सिंह द्वारा इस घटना को अंजाम दिए जाने का आरोप लगा रहे हैं। अभय सिंह ने आगे यह भी कहा कि धनंजय सिंह लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते हैं और वह उत्तर भारत में लॉरेंस बिश्नोई के लिए वसूली एवं रंगदारी का भी काम करते हैं। अभय सिंह ने कहा कि इन्हीं सबके चलते धनंजय सिंह को उत्तर भारत का डॉन कहा जाना गलत नहीं होगा।
अभय सिंह ने श्रीकला रेड्डी के चुनावी दावेदारी एवं उनके बयानों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह एक सभ्य महिला है परंतु वह अभी धनंजय सिंह के अतीत को अच्छे से नहीं जानती हैं, वह केवल वर्तमान को देख रही हैं। उन्हें जितना बताया गया है वह केवल उतना ही जानती हैं और जितना बोलने को कहा गया है केवल उतना ही बोल सकती हैं।
अभय सिंह से जब 2002 में धनंजय सिंह पर हुए हमले पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि उस वक्त मेरे ऊपर धनंजय सिंह पर कोर्ट में एके-47 से हमला करवाने का आरोप लगा था जो की पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद है। उस वक्त तो मै अयोध्या की एक सरकारी अस्पताल में भर्ती था और मेरा वहां इलाज चल रहा था। और आगे भी धनंजय सिंह पर हुए एके-47 के हमले को किसी भी रिपोर्ट में पुष्टि नहीं की गई ।
