कृष्ण कुमार तिवारी ब्यूरो चीफ अंबेडकर नगर दैनिक देवल।
सम्मनपुर थाने में पीड़ितों के साथ न्याय नहीं हो रहा है। यहां दोषियों को दंडित करने के बजाय पीड़ितों को ही डराया धमकाया जाता है। और मुकदमे का भय दिखाकर समझौते का दबाव बनाया जाता है। समझौता न मानने वालों को थाने पर बैठा कर डांट फटकार लगाई जाती है। पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर पीड़ित उच्चाधिकारियों की चौखट नापने को विवश है।जानकारी के अनुसार सुलेमपुर की बिंदू ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कुछ पैसे उठाए थे। जिसकी किस्त वह हर सप्ताह जमा कर रही थी। इधर कुछ महीने से पति बेरोजगार बैठे हैं जिससे कमाई न होने के चलते दो किस्त जमा नहीं कर सकी तो स्वयं सहायता समूह की महिला मेट व तीन-चार अन्य कर्मचारियों ने बिंदू के घर पर चढ़ कर गाली-गलौज की, जबरन पैसा जमा करने का दबाव बनाया विरोध पर हाथापाई की गई। बिंदु और उसकी पुत्री को मारा पीटा गया। मोबाइल भी छीन लिया गया। हालाकि बाद में उसमें से वीडियो डिलीट करने के बाद मोबाइल दे दिया गया। पीड़ित की तहरीर पर सम्मनपुर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया। थानाध्यक्ष चुनाव नामांकन में ड्यूटी पर गए थे। यहां पर पीड़ित के साथ न्याय के बजाय थाने के दीवान के.के सिंह ने पीड़ित को ही दोषी ठहराते हुए मुकदमे का भय दिखा कर समझौते का दबाव बनाया। पुलिस की इस कार्य शैली से परेशान और निराश होकर पीड़ित मायूस होकर थाने से वापस चले गए। पीड़ित ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर पूरे मामले से अवगत कराया और न्याय की मांग की। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर कौस्तुभ ने मामले में थानाध्यक्ष को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।