महीनों से चल रही गाजा हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में दोनों तरफ से हजारों की संख्या में लोगों की जान गई है। इजरायल ने ठान रखी है कि हमास के आतंकियों को जड़ से खत्म करके ही रहेगा। वहीं इस बीच एक बार फिर इजरायल ने गाजा में फलिस्तीनियों को निशाना बनाया है। इस हमले में 50 फलिस्तीनियों की मौत हो गई है।गुरुवार को गाजा शहर में मानवीय सहायता की प्रतीक्षा कर रहे फिलिस्तीनियों की भीड़ पर इजरायली हमले में दर्जनों लोग मारे गए और घायल हो गए। स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। शिफ़ा अस्पताल के नर्सिंग विभाग के प्रमुख डॉ. जदल्लाह शफाई ने अल जजीरा नेटवर्क को बताया कि लगभग 50 लोग मारे गए और 250 घायल हो गए। उन्होंने सटीक मरने वालों की संख्या नहीं बताया। अल जजीरा ने फुटेज चलाया जिसमें कई शव और घायल लोग शिफा पहुंचते हुए दिखाई दे रहे थे।इजरायली सेना ने कहा कि वह रिपोर्टों पर गौर कर रही है। वहीं, कमल अदवान अस्पताल में एम्बुलेंस सेवा के प्रमुख फारेस अफाना ने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचने वाले चिकित्सकों ने "सैकड़ों" को जमीन पर पड़ा हुआ पाया। उन्होंने कहा कि सभी मृतकों और घायलों को इकट्ठा करने के लिए पर्याप्त एम्बुलेंस नहीं थीं और कुछ को गधे द्वारा खिंची जाने वाली गाड़ियों पर अस्पतालों में लाया जा रहा था।अल-अवदा अस्पताल के कार्यवाहक निदेशक डॉ. मोहम्मद सलहा ने कहा कि इसमें 90 घायल हुए और तीन की मौत हो गई, जिन्हें कमाल अदवान में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने कहा, "हमें मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद है। रिसेप्शन और आपातकालीन कक्ष में अभी भी कई घायल हैं।"उन्होंने कहा कि अल-अवदा काफी हद तक चालू नहीं है, बिजली नहीं है और ऑपरेटिंग रूम बैटरी पावर पर चल रहा है और केवल कुछ ही घंटे बचे हैं। इजराइल-हमास युद्ध के लगभग पांच महीने बाद गाजा का स्वास्थ्य क्षेत्र गंभीर स्थिति में है और सभी प्रकार के मेडिकल फैसिलिटी की कमी से जूझ रहा है।