प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इथियोपिया के दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए उसे शेरों की भूमि बताया और कहा कि उन्हें इस देश में घर जैसा महसूस हो रहा है। साथ ही उन्होंने दोनों देशों के राष्ट्रगान की तुलना करते हुए बताया कि दोनों देशों के राष्ट्रगान में भूमि को मां कहा गया है।
इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज आप सबके सामने खड़ा होना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्य का क्षण है। लोकतंत्र के इस मंदिर में, प्राचीन ज्ञान और आधुनिक आकांक्षाओं वाले राष्ट्र के हृदय में उपस्थित होना मेरे लिए सम्मान की बात है।
1.4 अरब भारतीयों की शुभकामनाएं लेकर आए हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह अपने साथ 1.4 अरब भारतीयों की शुभकामनाएं लेकर आए हैं और उन्होंने इथियोपिया की संसद, वहां की जनता और लोकतांत्रिक यात्रा के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस भव्य भवन में जनता की इच्छा राज्य की इच्छा बन जाती है। जब राज्य का पहिया जनता के पहिये के साथ सामंजस्य में घूमता है, तो प्रगति का पहिया आशा और उद्देश्य के साथ आगे बढ़ता है।
पीएम मोदी ने इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, इथियोपिया के ग्रैंड ऑनर निशान से सम्मानित करने के लिए भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं भारत की जनता की ओर से हाथ जोड़कर और विनम्रतापूर्वक इस सम्मान को स्वीकार करता हूं।
विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक
प्रधानमंत्री ने इथियोपिया को विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक बताते हुए कहा कि इसका इतिहास इसके पहाड़ों, घाटियों और लोगों के दिलों में जीवंत है। उन्होंने सांस्कृतिक जुड़ाव पर भी प्रकाश डाला और बताया कि भारत के राष्ट्रगान वंदे मातरम और इथियोपिया के राष्ट्रगान दोनों में ही धरती को "मां" कहा गया है।
हम भी एक प्राचीन सभ्यता हैं, जो 'सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास' के आह्वान से प्रेरित होकर आत्मविश्वास के साथ भविष्य की ओर अग्रसर हैं। मातृभूमि के प्रति हमारी भावनाएं भी हमारे साझा दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। भारत का गीत वंदे मातरम और इथियोपिया का राष्ट्रगान, दोनों ही धरती को मां के रूप में संबोधित करते हैं। ये हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व करने और मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रेरित करते हैं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी का यह संबोधन प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के बीच हुई व्यापक वार्ता के एक दिन बाद आया। जिसमें भारत और इथियोपिया ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया। चर्चा में खाद्य और स्वास्थ्य सुरक्षा, क्षमता निर्माण, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, फार्मास्यूटिकल्स, मेडिकल टूरिज्म, ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया।