देवल संवाददाता, मऊ। गंगा,आस्था और एकात्मकता का सार आइए गंगा संग मनाएँ नदियों का त्यौहार” के संदेश के साथ मंगलवार को सरयू तट रामघाट, दोहरीघाट में “गंगा उत्सव” बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम जिला गंगा समिति, मऊ के तत्वावधान में आयोजित किया गया,जिसका उद्देश्य गंगा नदी के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना,नदी स्वच्छता को प्रोत्साहित करना तथा स्थानीय जनमानस को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना था।कार्यक्रम की शुरुआत विक्ट्री इंटर कॉलेज परिसर से साइकिल रैली के रूप में हुई,जिसे उपजिलाधिकारी घोसी अशोक कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ शामिल हुए, जिन्होंने “स्वच्छता ही सेवा”“नदी हमारी जीवनरेखा”“गंगा हमारी पहचान” और “नदियाँ हैं जीवन का आधार” जैसे प्रेरक नारे लगाते हुए शहरवासियों को नदी स्वच्छता का संदेश दिया। यह रैली नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए रामघाट पहुँची,जहाँ विद्यार्थियों ने स्वच्छता अभियान चलाकर घाट परिसर की सफाई की और स्थानीय नागरिकों को स्वच्छता एवं नदी संरक्षण के प्रति प्रेरित किया।इस अवसर पर उप जिलाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि गंगा हमारी संस्कृति और आस्था की जीवनधारा है। इसे स्वच्छ रखना हमारा सामाजिक और नैतिक दायित्व है। आज की युवा पीढ़ी द्वारा गंगा स्वच्छता के लिए की जा रही पहल अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने सभी से गंगा और अन्य नदियों को प्रदूषणमुक्त रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया।गंगा उत्सव के अंतर्गत कॉलेज परिसर में साइकिलोथॉन,सेमिनार,प्रश्नोत्तरी एवं रंगोली प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने गंगा नदी के महत्व,जल संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और सतत विकास पर अपने विचार प्रस्तुत किए।सेमिनार में वक्ताओं ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं,बल्कि भारत की सांस्कृतिक,आध्यात्मिक और जीवनदायिनी शक्ति का प्रतीक है। इसे निर्मल और अविरल बनाए रखना हर नागरिक का उत्तरदायित्व है।नगर पंचायत अध्यक्ष विनय कुमार जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि गंगा उत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं,बल्कि यह समाज को गंगा संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता के प्रति संवेदनशील बनाने का अभियान है। जब हर नागरिक गंगा की स्वच्छता के लिए संकल्प लेगा, तभी निर्मल गंगा हरित भारत का सपना साकार होगा।कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन डॉ. हेमंत कुमार यादव,जिला परियोजना अधिकारी,जिला गंगा समिति मऊ द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि गंगा संरक्षण में सरकार के साथ समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी आवश्यक है। जब जनता स्वेच्छा से जुड़ती है,तभी स्थायी पर्यावरणीय परिवर्तन संभव होता है।कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की वंदना से हुआ। उपजिलाधिकारी घोसी ने रैली और रंगोली प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को गंगा कैप पहनाकर सम्मानित किया तथा रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रंगोली प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को दोहरीघाट थाना की महिला कांस्टेबल सुश्री प्रिया और प्रज्ञा द्वारा प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए।इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक धर्मेंद्र राय,प्रधानाचार्य डॉ. शाश्वतानंद पांडे,जे.आर.एफ. सुधीर कनौजिया,करुणेश मिश्रा,Aआज़ाद जायसवाल,अर्जुन सिंह,आनंद राय, रत्नेश पांडे, शिवम गुप्ता,सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ, स्थानीय नागरिक और पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।“गंगा अमृत है – इसे स्वच्छ रखें, संरक्षित रखें” के सामूहिक संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
साइकिल रैली,स्वच्छता अभियान एवं विविध प्रतियोगिताओं के माध्यम से दिया स्वच्छ गंगा का संदेश
नवंबर 04, 2025
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