आमिर, देवल ब्यूरो ,जौनपुर। चार श्रम संस्थाओं के विरुद्ध अखिल भारतीय दवा प्रतिनिधियों के संगठन एफएमआरएआई के आह्वान पर जिले के सभी दवा प्रतिनिधियों ने अखिल भारतीय विरोध दिवस चार श्रम संहिताओं के खिलाफ मनाया। दवा प्रतिनिधियों ने कृषि भवन से बाइक रैली के रूप में कचहरी तक अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी किये। साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर के धरनास्थल पर इकट्ठा होकर नुक्कड़ सभा किये। जुलूस के रूप में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री को सम्बोधित मांगों का जिलाधिकारी के प्रतिनिधि अधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट इन्द्रनन्दन सिंह को सौंपा। दावा प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री जी से मांग किया कि 4 श्रम सही संहिताओं को तुरंत निरस्त करें और हमारे सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज एक्ट 1976 जैसे था, उसको उसी रूप में जारी रखें।
राज्य सहसचिव राजेश रावत ने बताया कि यह सरकार उस बिल को लाई है जिसके विरोध में भगत सिंह ने पार्लियामेंट में गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए बम फेंका था। आज इस कानून को वे वर्किंग क्लास पर लागू कर रही है। इकाई सचिव अजय चौरसिया ने इस कानून को लग जाने के बाद श्रमिकों की हालत एक बंधुवा मजदूर की तरह हो जाएगी और ठेका प्रथा पर सारे लोग हो जायेंगे। इकाई अध्यक्ष मनोज सिंह ने बताया कि हम इस काले कानून को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं करेंगे। चाहे इसके लिये हमें सड़क से लेकर संसद तक क्यों ना मार्च करना पड़े।इस अवसर पर अच्युत दुबे, अनिल मिश्रा, अजय सिंह, अमित रंजन श्रीवास्तव, रवि सिंह, विशाल साहू, मुकेश मौर्य, अजीत मौर्य, अनूप श्रीवास्तव, अमित सिंह, सुनील चौधरी, अरुण सिंह, बलवंत सिंह, अभिषेक सिंह, अखिलेश यादव, कमलेश यादव, अंकित मौर्य, आरजू चौबे सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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