कृष्ण, देवल ब्यूरो, अंबेडकर नगर ।कहते हैं पत्रकार देश का चौथा स्तंभ होता है — जो समाज की सच्ची तस्वीर दिखाने, आमजन की आवाज उठाने और न्याय की पुकार को आगे बढ़ाने का काम करता है। लेकिन जब वही पत्रकार अपनी कलम के साथ मानवता की सेवा को भी जीवन का उद्देश्य बना ले, तो वह समाज के लिए प्रेरणा बन जाता है।
इसी भावना को साकार किया है महारानी दुर्गावती सेवा धर्मा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पत्रकार रामू गोंड ने, जिन्होंने आलापुर अंबेडकरनगर में आयोजित रक्तदान शिविर में पहुंचकर स्वैच्छिक रक्तदान किया।
उनका यह कदम न केवल किसी जरूरतमंद को नया जीवन देने वाला है, बल्कि यह समाज के हर व्यक्ति के लिए एक संदेश है कि —
> “रक्तदान सिर्फ दान नहीं, एक जीवन को पुनः जीने की उम्मीद देने का सबसे पवित्र कार्य है।”
रामू गोंड जी ने बिना किसी भेदभाव, बिना किसी प्रचार की चाह के, सिर्फ मानवता के भाव से यह कार्य किया जो दर्शाता है कि असली पत्रकार वही है जो समाज की पीड़ा को महसूस करे और ज़रूरत पड़ने पर स्वयं उसके उपचार का हिस्सा बने।
ऐसे कर्मठ और संवेदनशील व्यक्तित्व समाज की धड़कन हैं, जो मानवता को जिंदा रखते हैं।
उनसे प्रेरणा लेकर हमें भी आगे आना चाहिए — क्योंकि हर रक्त की बूंद, किसी की सांसों का सहारा बन सकती है।
“रक्तदान – सबसे बड़ा मानव धर्म”
सलाम है ऐसे सच्चे पत्रकार और समाजसेवी को
