देवल संवाददाता, आज़मगढ़। कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण/पर्यावरण/गंगा/वेटलैंड एवं वन बंदोबस्त समिति की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को पिछले वृक्षारोपण अभियान के तहत लगाए गए पौधों की 100% जियो-टैगिंग और जीवित रखने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी वर्ष के वृक्षारोपण के लिए लक्ष्य में 25% वृद्धि की गई है। सभी विभाग अपने पूर्व लक्ष्य में 25% की बढ़ोतरी करते हुए वृक्षारोपण के लिए जमीनों का चिन्हांकन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभाग एक माह के भीतर माइक्रो प्लान तैयार करके प्रस्तुत करें और अवैध कब्जे वाली जमीनों एवं अभिलेखों में खाली जमीनों को चिन्हित कर वृक्षारोपण करें। जन जागरूकता के लिए ग्राम चौपाल का भी उपयोग किया जाएगा।
जिला गंगा समिति की बैठक में एसटीपी और एफएसटीपी के संचालन, तमसा नदी के जल की गुणवत्ता और नालों के जल के लैब टेस्ट की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए और मुख्य विकास अधिकारी को आदेशित किया कि बोर्ड के अधिकारी सप्ताह में तीन दिन जनपद में उपस्थित रहें।
तमसा नदी की सहायक नदियों के किनारे स्थित चंद्रमा ऋषि, दुर्वासा धाम और दत्तात्रेय आश्रम के आस-पास के क्षेत्रों को पुनरुद्धार हेतु चयनित किया जाएगा। वेटलैंड समिति की समीक्षा में जनपद की चकबंदी के अधीन वेटलैंड जमीन को चकबंदी प्रक्रिया से बाहर कर सीमांकन पूरा करने और अवैध कब्जों को मुक्त कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य राजस्व अधिकारी, डीएफओ, डीसी मनरेगा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
