देवल संवाददाता, आजमगढ़ जिले की पुलिस ने मोबाइल बरामदगी में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। पिछले 20 महीनों में खोए या चोरी हुए 2445 मोबाइल फोन बरामद कर स्वामियों को वापस लौटाने पर अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) चिराग जैन को हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम) द्वारा डायरेक्टर जनरल सुनीता चंद्रा के हाथों प्रदान किया गया।
एएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने सम्मान समारोह में अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि फरवरी 2024 से अब तक सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से पुलिस ने लगभग 11 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के 2445 एंड्रॉयड फोन बरामद किए हैं। इनमें वर्ष 2024 में 1224 और 2025 में 1221 फोन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि पूरी पुलिस टीम की मेहनत, निरंतरता और कर्तव्यनिष्ठा का परिणाम है।
एएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने आमजन को सलाह दी कि मोबाइल खोने या चोरी होने पर घर बैठे यूपी कॉप ऐप पर शिकायत दर्ज की जा सकती है। सीईआईआर पोर्टल पर आईएमईआई नंबर सहित फोन स्वामी की पूरी डिटेल दर्ज करानी होती है। इसके लिए थाने या पुलिस कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने इस प्रक्रिया से अवगत कराते हुए बताया कि थाने स्तर पर मोबाइल की ट्रेसेबिलिटी चेक की जाती है। हर शिकायतकर्ता को मैसेज से जानकारी दी जाती है। शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर आईएमईआई नंबर सभी सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को शेयर कर दिया जाता है। सर्विस प्रोवाइडर आईएमईआई को अपने पोर्टल पर ब्लॉक कर देते हैं, जिससे सिम डालने पर भी नेटवर्क नहीं आता। जैसे ही चोरी का फोन में सिम डाली जाती है, सर्विस प्रोवाइडर डिटेल्स सीईआईआर पर अपडेट करता है। संबंधित थाना ट्रेस रिपोर्ट चेक कर कार्रवाई शुरू करता है।
एएसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि प्रत्येक थाने को महीने में कम से कम 5 मोबाइल बरामद करने का लक्ष्य दिया जाता है। लक्ष्य पूरा करने पर पुरस्कार और न पूरा होने पर दंड की व्यवस्था है। इसी रणनीति से पुलिस ने यह मुकाम हासिल किया। चिराग जैन ने पुरस्कार को जनपद पुलिस की टीम वर्क का सम्मान बताते हुए कहा, "यह सौभाग्य हमें टीम की कार्यशैली की वजह से मिला।"
