देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। नगर के सांई हास्पिटल में आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) का राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड़ ने फीता काटकर शुभारंभ किया। चिकित्सालय की प्रबंधक डा अनुपमा सिंह ने आईवीएफ के बारे में विस्तार से बताया कि यह एक प्रकार की सहायक प्रजनन तकनीक है, जिसमें अंडे और शुक्राणु को शरीर के बाहर मिलाकर भ्रुण बनाया जाता है। बाद उसे महिलाओं के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह तकनीक उन लोगों के लिए एक विकल्प है जो प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नहीं कर पा रहे हैं। कहा कि निःसंतान होना हमेशा से ही समाज के लिए एक समस्या रहा है। जिसकी वजह से बहुत सारे लोग वात्सल्य सुख से वंचित रह जाते हैं। हांलाकि अब अत्याधुनिक तकनीक की मदद से लोगों को इस अभिशाप से मुक्ति मिल रही है। विज्ञान की तरक्की के साथ बांझपन की समस्या को खत्म करने के लिए आईवीएफ तकनीक का सहारा लिया जाता है। जिसकी मदद से पुरुष और स्त्री दोनों के ही प्रजनन संबंधी दोषों को खत्म किया जा सकता है। कार्यक्रम में सम्मिलित सदर विधायक भूपेश चौबे, घोरावल विधायक अनिल मौर्य, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत चौबे, धर्मवीर तिवारी, सदर ब्लाक प्रमुख अजीत रावत, उस्मान अली, पूर्व चेयरमैन कृष्ण मुरारी गुप्ता, समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रमेश दुबे, अविनाश शुक्ला आदि मौजूद रहे।