देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। नंदीग्राम भरतकुंड अयोध्या में वृहस्पतिवार को तीसरे दिन पंचकुंडीय विराट रुद्र महायज्ञ में रुद्राभिषेक पूजन किया गया। अग्निमंथन से निकली ज्वाला को हवनकुंड में प्रज्ज्वलित करते हुए प्रकृति रक्षा के लिए 251 जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से आहुति दी गई। प्रतिदिन चलने वाले विशाल भंडारा में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के यज्ञाध्यक्ष भिक्षुक भिखारी जंगली दास दीनबंधु रमाशंकर गिरी जी महाराज ने बताया कि मणिराम छावनी रामजन्मभूमि अयोध्या के महंत कमल नयन दास जी महाराज 28 अक्टूबर की देर शाम यज्ञ स्थल पर पहुंचे और कार्यक्रम का जायजा लिया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिया। पंचकुंडीय विराट रूद्र महायज के तीसरे दिन आचार्य गोपालधर द्विवेदी, राजेश कुमार पाठक, हरिओम द्विवेदी, राजेश तिवारी, रेवती तिवारी, रामपूजन मिश्र, योगेश त्रिपाठी, कौशल तिवारी व निर्भय ने पंचकुंडीय विराट रूद्र महायज्ञ एवं रुद्राभिषेक पूजन कराया। यह पूजन गंगाजल, दूध व रुद्राक्ष के दाने से संपन्न कराया गया। प्रकृति रक्षा के लिए 251 जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से आहुति दी गई। इस दौरान समूचा यज्ञ स्थल जयकारे से गुंजायमान हो गया। प्रतिदिन चलने वाले विशाल भंडारा में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भिखारी बाबा ने कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का आग्रह किया है। अग्निमंथन कार्यक्रम में महंत परमात्मा दास जी महाराज, संपूर्णानंद जी, यजमान संजय अग्रवाल के साथ ही शुभराम महाराज, राजेंद्र महाराज, रामखेलावन, राजेश, खुशहाल मिश्रा आदि शामिल रहे।
अग्निमंथन से निकली ज्वाला, हवन कुंड में 251 जड़ी बूटियों से दी गई आहुति
अक्टूबर 30, 2025
0
Tags

.jpeg)