देवल संवाददाता, आजमगढ़। जिले के लालगंज तहसील के हरईरामपुर गांव में भूमि माफिया और असलाह तस्करों का आतंक चरम पर पहुंच गया है। पूर्व जिला बदर घोषित अंकुश राय समेत उसके साथियों ने एक किसान की पैतृक जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित विपिन राय ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराते हुए तत्काल जांच, कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की है। गांव में अमौड़ा कांड जैसी घटना दोहराने की धमकी दिए जाने से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
विपिन राय, पुत्र इंद्रप्रकाश राय, हरईरामपुर थाना गंभीरपुर, परगना बेलादौलताबाद के निवासी ने अपनी शिकायत में बताया कि आराजी संख्या 602 ख उनकी पैतृक संपत्ति है। विपक्षी पक्ष अंकुश राय, आशुवेंद्र राय (देशी पिस्तौल से लैस), आशीष राय, अवनीश राय, लालजी राय, रामजी राय पुत्रगण जितनारायण राय ने लेखपाल प्रमोद को अपने पक्ष में कर साजिश रचकर गलत रिपोर्ट बनाई और गुंडागर्दी के बल पर जमीन पर कब्जा कर लिया। 31 मई 2024 को इन लोगों ने विपिन और उनके परिवार के साथ मारपीट की, जिसके बाद प्रशासन के हस्तक्षेप से सीमांकन कराकर जमीन खाली कराई गई।
पीड़ित ने बताया कि परिवार के मुंबई चले जाने के नौ महीने बाद 28 दिसंबर 2024 को फिर से जबरन कब्जा कर लिया गया। इसके बाद 14 फरवरी 2025 की रात को विपक्षियों ने चुपके से पेड़ लगा दिए। विरोध करने पर वे मारपीट, गाली-गलौज पर उतर आए और धमकी दी कि "हरईरामपुर में अमौड़ा जैसा कांड होगा, गोली मार दी जाएगी।" विपिन राय ने कहा, "अंकुश राय भू-माफिया और असलहा माफिया का सरगना है। कोर्ट ने उसे जिला बदर घोषित किया था और बरदह थाने पर तमंचा व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया था। फिर भी वह फ्री घूम रहा है और थाने पर मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर लिखवा दी।"
शिकायत में उल्लेख है कि विपिन ने पोर्टल पर 24 दरखास्तें दीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विपक्षियों का खतौनी में भी नाम नहीं है, फिर भी फर्जी तरीकों से काम हो रहा है। इससे गांव में आतंक का आलम है और परिवार भयभीत है। विपिन ने एसएसपी से अपील की है कि एसएचओ स्वयं मौके पर जांच करें, पेड़ लगाने वाले अधिकारी के आदेश की पड़ताल करें, जिसे उपजिलाधिकारी व तहसीलदार के आदेश पर रोका गया था, कानूनी कार्रवाई करें और परिवार को सुरक्षा प्रदान करें।