देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। आदिवासी क्षेत्र की चार प्रमुख समस्याओं को लेकर बुधवार को राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक व आदिवासी विकास मंच के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने इंटक जिलाध्यक्ष हरदेव नारायण तिवारी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सभी ने समस्याओं का समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
इंटक जिलाध्यक्ष हरदेव नारायण तिवारी ने बताया कि ग्राम पंचायत बेलछ के टेदुआ नाला पर केरवा बांध निर्माण की मांग वर्षों से की जा रही है। इस बांध का निर्माण करा दिए जाने से तीन ग्राम पंचायतों मसलन मकरीबारी, रुदौली और बेलछ के करीब 25 हजार लोगों की हजारों बीघा कृषि भूमि सिंचित हो जाएगी। कहा कि पिछले 10 वर्षों से इस मांग को लेकर आवाज उठाई जा रही है, लेकिन आज तक शासन-प्रशासन स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। दूसरी प्रमुख समस्या ग्राम पंचायत जुगैल के बड़काडाड़ टोला की है। यहां 18 आदिवासियों की जमीन गलत तरीके से अन्य के नाम पर पट्टा कर दी गई है। इस संबंध में कई बार पत्राचार किया गया, बावजूद स्थिति जस की तस बनी है। तीसरी समस्या बताते हुए कहा कि जोगीडीह रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज पुल का निर्माण न कराए जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जनहित की इस गंभीर समस्या के निराकरण के लिए कई बार रेल विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बताया कि उक्त रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज पुल का निर्माण न कराए जाने से आएदिन हादसे हो रहे है। बीते 17 सितंबर को इसी क्षेत्र में एक युवक की ट्रेन दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने ग्राम पंचायत बैरपुर स्थित खुलदिल रेलवे स्टेशन से कटनी-चोपन पैसेंजर के संचालन की मांग किया। कहा कि कोरोना काल से पूर्व इस स्टेशन से कटनी चोपन पैसेंजर ट्रेन का संचालन हो रहा था। ट्रेन के संचालन से क्षेत्रीय लोगों को काफी फायदा था. लेकिन कोरोना काल से ट्रेन का इस स्टेशन से संचालन बंद कर दिया है। इंटक के जिलाध्यक्ष हरदेवनारायण तिवारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक माह के भीतर यदि सभी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो मजबूर होकर वे क्षेत्रीय लोगों के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इस मौके पर समीम अख्तर खान, राजा राम भारती, हरिशंकर गोड़, गुलाब आदि मौजूद रहे।