देवल, ब्यूरो चीफ,सोनभद्र। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम में संशोधन कर लागू करने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण होने की अनिवार्यता से मुक्त करने की मांग किया। बाद प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संघ के जिलाध्यक्ष योगेश पांडेय ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।
जिलाध्यक्ष योगेश पांडेय ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम में नियुक्त शिक्षकों को टीईटी उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया गया था, जिसमें अधिनियम लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को भी टेट (टीईटी) उत्तीर्ण होना अनिवार्य होने से संबंधित कोई आदेश दिशा निर्देश नहीं था, और नहीं भारत सरकार अथवा किसी राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कार्यवाही की गई थी। परंतु हाल में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गलत तथ्यों के आधार पर यह आदेश जारी किया गया है कि देश में शिक्षक बने रहने के लिए टेट (टीईटी) उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। जिसमें मात्र 5 साल की सेवा बचे लोगों को छूट दी गई है, परंतु पदोन्नति में उन्हें भी छूट नहीं दी गई है। जिससे प्रदेश के लगभग 8 लाख शिक्षक-शिक्षिकाओं की नौकरी और प्रोन्नत पर असर पड़ेगा। वहीं टेट (टीईटी) उत्तीर्ण करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 2 वर्षों का समय दिया गया है, जो न्याय संगत नहीं है। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं आंदोलन करने को बाध्य होंगी। इस मौके पर जय प्रकाश राय, हुकूम चन्द्र, सर्वेश गुप्ता, राजेश कुमार जायसवाल, अशोक कुमार सिंह, अभिषेक मिश्रा, अमित कुमार चौबे, चन्द्रजीत सिंह, नवीन गुप्ता, अभिषेक कुमार, राघवेंद्र कुमार त्रिपाठी, भोलानाथ अग्रहरि, अरविंद्र कुमार चौहान, रविभूषण, शिवम् अग्रवाल, विनोद चौबे, संतोष सिंह, मायकांत शर्मा, गिरीश चंद द्विवेदी, मीना भारती, संगीत सिंह, किरण बाला, मनोरमा सिंह, मृत्युंजय, शशांक चतुर्वेदी, पंकज पांडेय, बिहारी लाल गुप्ता, संजय सिंहा, सुनीता आदि मौजूद रहे।