देवल संवादाता,वाराणसी। गंगा के किनारे अब सिर्फ नावें और क्रूज ही नहीं चलेंगे, बल्कि यहीं पर उनकी मरम्मत की भी व्यवस्था होगी। रामनगर मल्टीमॉडल टर्मिनल पर देश का पहला मैदानी क्षेत्र स्थित शिप रिपेयरिंग सेंटर बनेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गुजरात से ऑनलाइन इसका शिलान्यास करेंगे।
यह सेंटर पीएम गति शक्ति और जलमार्ग विकास जैसी नीतियों को गति देगा। अभी तक जहाजों और बड़े जलयानों की मरम्मत समुद्र किनारे ही होती थी, लेकिन अब गंगा किनारे ही ड्राई-डॉक तैयार होगा। इससे न सिर्फ समय और धन की बचत होगी बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगा। आईडब्ल्यूएआई अधिकारियों के मुताबिक, एक जलयान की मरम्मत में रोजाना 30-40 लोगों की जरूरत पड़ती है। रामनगर बंदरगाह पर एक साथ चार जलयानों की मरम्मत संभव होगी।
समुद्र किनारे के बाद पहली बार गंगा किनारे बनेगा सेंटर
अबतक सिर्फ समुद्र किनारे ही जलयानों को बनाने और उनका मरम्मत किया जाता था लेकिन जलमार्ग यातायात को बढ़ावा देने के लिए पीएम गति शक्ति के तहत रामनगर में मल्टी मॉडल टर्मिनल से जलयानों की आवाजाही शुरू की गई है। अब जलयानों के मरम्मत करने का काम यहां शुरू होगा।
क्या है ड्राई-डॉक
यह पानी के किनारे बना आयताकार बेसिन होता है। जलयान को इसमें खड़ा करने के बाद पंप से पानी निकाल दिया जाता है। सूखी सतह पर जहाज की मरम्मत की जाती है। काम पूरा होते ही इसमें दोबारा पानी भरकर जहाज को मुख्य धारा में उतार दिया जाता है।
क्या बोले अधिकारी
जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए रामनगर मल्टीमॉडल टर्मिनल पर ड्राई-डॉक का निर्माण कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शिलान्यास करेंगे। इससे गंगा में जलमार्ग यातायात और तेज होगा।