इन संयंत्रों द्वारा बिना अनुमति के भूजल का अत्यधिक दोहन जिले के भूजल स्तर को खतरनाक रूप से कम कर रहा है, जो पर्यावरण के लिए भी गंभीर चुनौती है। हमारे बच्चों का भविष्य और परिवारों का स्वास्थ्य दांव पर है। जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई हैं कि सभी आरओ जल संयंत्रों की तत्काल जांच और ऑडिट हो। बिना लाइसेंस वाले संयंत्रों को तुरंत सील किया जाय। जल की गुणवत्ता की नियमित जांच को अनिवार्य किया जाय। दोषी संचालकों पर कठोर कानूनी कार्रवाई हो। स्वास्थ्य जागरूकता अभियान और स्वतंत्र सर्वेक्षण का आयोजन हो। जिलाधिकारी से इस गंभीर मामले में 15 दिनों के भीतर जांच पूरी कर कार्रवाई की सार्वजनिक रिपोर्ट जारी करने की मांग की गई है। साथ ही, खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) से सूचना का अधिकार (RTI) के माध्यम से जानकारी मांगी गई है। जौनपुर की जनता अपने परिवारों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
ज्ञापन देने वालों में विकास तिवारी, आशीष शुक्ला, अतुल सिंह, विराज ठाकुर, डा. अब्बासी, अंकित यादव, रोहित पाठक, शिवराज यादव, शिवम् शर्मा, कुलदीप यादव, विकास पाण्डेय, शिव मिश्र, राकेश मिश्र, देवेश मौर्य, शैलेन्द्र यादव, सौरभ यादव, ऋषिकेश यादव, गौरव शुक्ल, प्रदीप यादव, रंजीत यादव, मन्नू प्रजापति, शिवशंकर यादव डब्बू, नीरज पाठक आदि उपस्थित रहे।