भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप की शुरुआत जीत के साथ की है। उसने अपने पहले मैच में यूएई को नौ विकेट से मात दी। टीम की इस जीत में ऑलराउंडर शिवम दुबे ने अहम रोल निभाया। उन्होंने दो ओवर गेंदबाजी की और चार रन देकर तीन विकेट लिए। इसी कारण उन्हें ड्रेसिंग रूम में सम्मानित भी किया गया और इस दौरान सूर्यकुमार यादव, शुभमन गिल ने जमकर दुबे की टांग खिंचाई की।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करने वाली यूएई को 13.1 ओवरों में 57 रनों पर ढेर कर दिया। इसके बाद टीम इंडिया ने ये टारगेट 4.3 ओवरों में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। अभिषेक शर्मा ने 16 गेंदों पर दो चौके और तीन छक्कों की मदद से 30 रन बनाए। गिल ने नौ गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 20 रनों की पारी खेली। सूर्यकुमार सात रन बनाकर नाबाद रहे।
दुबे को मिला मेडल
टीम इंडिया में एक परंपरा कुछ दिनों से चलती आ रही है। इसके तहत मैच के बाद टीम मैनेजमेंट के हिसाब से जो अच्छा खेल दिखाता या फील्डिंग करता है उसे मेडल मिलता है। इस बार ये मेडल शिवम दुबे को मिला। गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने इसका एलान किया। मोर्केल ने शिवम दुबे का नाम लिया तो सभी ने तालियां बजाईं। इसी दौरान शिवम से स्पीच देने को कहा गया तो वह मना करने लगे। तभी कप्तान सूर्यकुमार ने उनसे कहा, "ये तो नियम है भाई।" यानी कप्तान याद दिला रहे थे कि जिसको भी मेडल मिलता है उसे कुछ न कुछ बोलना होता है।
तभी शिवम दुबे मेडल लेने के लिए आगे बढ़े और उप-कप्तान गिल ने उनसे कहा, "स्पीच या डांस, कुछ तो करना होगा।" शिवम दुबे ने इस पर गिल की तरफ हंसते हुए देखा और तभी पीछे से किसी ने कहा, "डांस तो नहीं होगा भाई से।"
मोर्केल ने भी लिए मजे
इस बीच टीम के गेंदबाजी कोच मोर्केल ने भी शिवम दुबे के मजे ले लिए। उन्होंने भारतीय ऑलराउंडर को स्पीच देने को मजबूर कर दिया। मोर्केल ने अपना माइक निकालकर शिवम के सामने किया और उनसे कुछ कहने को कहा। शिवम ने कहा, "मुझे गेंदबाजी करने में काफी मजा आया। मैं मैच में गेंदबाजी करना चाहता था। मुझे मौका मिला। मैंने काफी मेहनत की थी। शुक्रिया मोर्केल। शुक्रिया।"