देवल संवाददाता, आजमगढ़। जनपद आजमगढ़ के बूढ़नपुर उप निबंधन कार्यालय में एक बड़े राजस्व घोटाले का खुलासा हुआ है। शिकायतकर्ता रमाकान्त मिश्रा द्वारा दायर जनसुनवाई शिकायत के आधार पर जांच में पाया गया कि ओमप्रकाश पुत्र चंदर और दीपक पुत्र रामधनी ने मौजा मतलूबपुर में अपनी मकान वाली जमीन को परती जमीन बताकर एक चर्चित भू-माफिया को बैनामा कर दिया। इस प्रक्रिया में निबंधन कार्यालय के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से लगभग 10 लाख रुपये के राजस्व की हानि हुई।
20 सितंबर को शिकायतकर्ता रमाकान्त मिश्रा से संतोषजनक बातचीत के बाद उप निबंधक, बूढ़नपुर ने लेखपत्र संख्या 2928/2025, 2930/2025 और 2931/2025 का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि विक्रय की गई भूमि पर दो मंजिला निर्माण मौजूद था, जिसे परती जमीन दिखाकर बैनामा किया गया। जांच में कुल 6,52,170 रुपये की स्टाम्प और निबंधन शुल्क की कमी पाई गई, जिसमें लेखपत्र 2928/2025 में 1,63,030 रुपये, लेखपत्र 2930/2025 में 2,44,570 रुपये और लेखपत्र 2931/2025 में 2,44,570 रुपये की कमी शामिल है।
उप निबंधक ने इस मामले में स्टाम्प शुल्क की कमी से संबंधित रिपोर्ट सहायक महानिरीक्षक निबंधन, आजमगढ़ को अग्रिम कार्रवाई के लिए भेज दी है। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि राजस्व चोरी को छिपाने के लिए उक्त मकान को लगातार तोड़ा जा रहा है। इस मामले में भू-माफिया और निबंधन कार्यालय के कर्मचारियों की भूमिका की गहन जांच की मांग उठ रही है।
बता दें कि 8 सितंबर को मंडलायुक्त को दिए गए शिकायती पत्र में भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय संयोजक गोरखपुर क्षेत्र रमाकांत मिश्र ने यह आरोप लगाया था कि अहरौला कस्बे के मतलूबपुर गांव में ओम प्रकाश पुत्र चंदर और दीपक पुत्र रामधनी ने अपनी परती जमीन पर बने मकान को एक चर्चित भू-माफिया को बेनामी तरीके से बेच दिया। इस सौदे में निबंधन कार्यालय बुढनपुर के कुछ कर्मचारियों ने आर्थिक दबाव में लगभग 10 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाया है।इस घोटाले को छिपाने के लिए उक्त मकान को लगातार तोड़ा जा रहा है ताकि राजस्व चोरी के सबूत मिटाए जा सकें। भाजपा नेता रमाकांत मिश्र की शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी ने एसडीएम बुढ़नपुर को जांच करने का निर्देश दिया था।