देवल संवाददाता, आज़मगढ़। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह ने मंगलवार को करतालपुर स्थित अपने कार्यालय पर प्रेस वार्ता की इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के सांसदों, विधायकों पर साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो खुद को ईमानदार बताते हैं, वे पहले जनता को बताएं कि यह पैसा कहाँ खर्च हुआ। अगर जवाब नहीं देंगे तो वर्ष 2027 में आजमगढ़ की जनता माफ नहीं करेगी।
पूर्व जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह ने कहा कि आजमगढ़ जिले में 50 से 60 लाख लोग रहते हैं। यहाँ समाजवादी पार्टी के दो सांसद, 10 विधायक, 2 एमएलसी, एक जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर पालिका पर कब्जा है। जिला पंचायत व नगर पालिका को छोड़ दे तो सांसद व विधायकों को मिलाकर करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये विकास कार्यों के लिए मिले हैं, लेकिन यह पैसा सही तरीके से खर्च नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि इनका कोई हिसाब नहीं है। हर काम में 50% कमीशन लिया जा रहा है। जो लाइट लगी है वह भी आधे पैसे में लगाई गई है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में अपना कार्यालय बनवाकर जिले से जुड़ने की कोशिश की। उनका पूरा परिवार जिसमे पिता, खुद और भाई धर्मेंद्र यादव सांसद बन आजमगढ़ से जुड़े हैं। जयनाथ सिंह ने कहा, क्या कभी अखिलेश यादव ने अपने विधायकों से पूछा कि गरीब जनता की कमाई का पैसा क्यों बंदरबांट हो रहा है? तीन सौ पचास करोड़ रुपये मामूली रकम नहीं है। यह पैसा जनता के काम के लिए है, न कि तिजोरी भरने के लिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा, आजादी के बाद ऐसा मुख्यमंत्री नहीं हुआ। योगी जी ने हर क्षेत्र में विकास कराया है। आज अपराध शून्य है। आजमगढ़ में विश्वविद्यालय और संगीत महाविद्यालय खुल चुके हैं। उन्होंने जनता की आवाज बुलंद करते हुए कहा, यह किसी की निजी संपत्ति नहीं है। यह हमारी शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं पर खर्च होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी के जनप्रतिनिधि साढ़े तीन सौ करोड़ का हिसाब नहीं देंगे तो 2027 में जनता उन्हें जवाब देगी।
जब उनसे पूछा गया कि सरकार आपकी है आउट जांच करा रही या नहीं, तो उन्होंने कहा, जांच तो हो रही है, लेकिन पहले यह लोग हिसाब दें। अगर ये बड़े ईमानदार हैं तो हिसाब देने में क्या दिक्कत है।
भ्रष्टाचार में अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता पर उन्होंने कहा, कार्रवाई हो रही है। यदि कोई संलिप्त पाया जाता है तो तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
जिले में भाजपा पदाधिकारियों में मतभेदों के सवाल पर उन्होंने कहा, मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं। संगठन ने जो जिम्मेदारी दी है, हम उसे पूरी मेहनत से निभा रहे हैं और आगे भी निभाते रहेंगे।
भाजपा जिलाध्यक्ष द्ववारा सीएमओ पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्होंने कहा, जांच हो चुकी है। वसूली भी हो रही है। जितना भी भ्रष्टाचार हुआ है उसका पूरा विवरण मुख्यमंत्री जी को दिया गया है। दो-चार दिनों में परिणाम सामने होगा।